बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित JQ+ अस्पताल सीज
रिपोर्ट- दिलीप अरोरा
किच्छा क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से फर्जी डॉ और क्लिनिक की बाढ़ सी आ गयी है। लेकिन कार्यवाही के खाली लीपापोती होती है। यही कारण है कि, डॉक्टरों की हिम्मत लगातार बढ़ रही है और बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से क्लिनिक खुल रहे है।
किच्छा में पिछले काफ़ी समय से रुद्रपुर रोड पर एक होटल के नीचे प्राइवेट अस्पताल JQ+ नाम से चल रहा था जिसकी शिकायत एक समाजिक कार्यकर्ता द्वारा सीएमओ ऑफिस को भी की गयी थी, जिस पर आज जिला स्वास्थ विभाग के सीएमओ ऑफिस से डॉ हरिंदर मलिक मौक़े पर पहुंचे उन्होंने अस्पताल के निरीक्षण में कई खामियां पाई।
इस दौरान मौक़े पर एक महिला मरीज भी मिली। डॉ हरेन्दर मालिक ने मीडियो को बताया कि, निरीक्षण में उक्त महिला जो कि किच्छा चीनी मील की रहने वाली है। उसकी गत दिवस 28 अप्रैल को डिलीवरी हुई है। इस पर डॉ मालिक ने ऑपरेशन करने वाले डॉ का पूछा तो कोई सर्जन डॉ नहीं मिला, जिसने महिला की डिलीवरी करवाई हो।
एक महिला डॉ सीमा मिली जो कि खुद को BAMS बता रही थी। डॉ हरेन्दर मालिक के अनुसार अस्पताल का स्टॉफ भी योग्यता अनुसार नहीं पाया गया और ओटी में भी साफ सफाई नहीं पायी गयी। सिर्फ BAMS डॉ मिले रजिस्ट्रेशन नहीं।
सीमा हैदर नाम से रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया हुआ है, लेकिन हुआ नहीं और इसमे कोई ऑपरेशन नहीं हो सकता, क्योंकि इसकी ओटी इस लायक नहीं है कि, यहां ऑपरेशन हो सके।
मरीज को एम्बुलेंस द्वारा अन्य अस्पताल में शिफ्ट करवा दिया गया है। इसके बाद इसकी जानकारी किच्छा तहसीलदार को डॉ हरेन्द्र मालिक द्वारा दी गयी, उसके बाद किच्छा तहसीलदार भी मौक़े पर पहुचे।
इन बड़ी कमियों को देखते हुए ही डॉ मालिक ने अस्पताल को सीज कर दिया है। महिला मरीज के पिता ने मीडिया को बताया कि, उससे 35000 रुपये अस्पताल प्रशासन ने लिए है और उनको डॉ का नाम पता नहीं है, जिसने ऑपरेशन किया है।
फिलहाल इस बड़ी कार्यवाही से क्षेत्र में चल रहे अन्य फर्जी अस्पताल और क्लिनिक वालो में दहशत का माहौल है। आपको बता दे कि, यह सिर्फ एक अस्पताल नहीं है, जहाँ यह अनियमितताएं पायी गयी है, बल्कि जिले में ऐसे सैंकड़ों अस्पताल शहर के हर गली मोहल्ले में मिल जायेंगे।