मौसम विभाग ने अभी-अभी जारी की मौसम की नई अपडेट। पढ़ें एक क्लिक में….
Weather Update: उत्तराखंड में फिलहाल बारिश से राहत के आसार नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य में 9 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर कई दौर का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान राज्य के अधिकांश जनपदों में गरज चमक के साथ तेज बारिश ,बिजली गिरने , भूस्खलन और जलभराव के दृष्टिगत एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है।
आज का मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज 6 अगस्त रविवार को प्रदेशभर में मूसलाधार बारिश की संभावना है। देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि बाकी जिलों में यलो अलर्ट रहेगा।
9 अगस्त तक भारी बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक अगले तीन-चार दिन राज्य में मानसून की गतिविधियां तेज रहने की संभावना है। प्रदेश भर में 6 अगस्त से लेकर 9 अगस्त तक मूसलाधार बारिश की संभावना है वहीं कुछ इलाकों में बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तराखंड राज्य के लिए 9 अगस्त तक का मौसम पूर्वानुमान और चेतावनी जारी की गई है, इसके अनुसार 9 अगस्त तक राज्य को बारिश से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।
वहीं 9 अगस्त तक विभिन्न दिनों को जोड़कर कुल 9 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि बाकी जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी है।
8 अगस्त को अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। जबकि बाकी जिले में यलो अलर्ट रहेगा। 9 अगस्त को टेहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर और हरिद्वार जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि बाकी जिलों में यलो अलर्ट रहेगा।
लगातार भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त जानिए क्या हैं ताजा हालात
उत्तराखंड में बारिश का कहर लगातार देखने को मिल रहा है। मौसम की मार ने यहां के लोगों के जीवन पर असर डाला है। कई स्थानों पर बारिश के कारण हादसों की खबर सामने आई है।
रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड में भीषण हादसा हुआ है। लैंडस्लाइड की चपेट में 20 व्यक्तियों के आने की सूचना है। हादसे के बाद बचाव और राहत कार्य शुरू किया गया। हालांकि, अब तक केवल तीन लोगों का शव ही मिलने की जानकारी सामने आई है।
प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्य लगातार चलाया जा रहा है। लैंडस्लाइड में फंसे 17 लोगों की तलाश की जा रही है। भारी बारिश और खराब मौसम के कारण घटनास्थल पर सीएम पुष्कर सिंह धामी नहीं पहुंच सके हैं।
वहीं, टिहरी जिले में भी बारिश के कारण दर्दनाक हादसा हुआ है। वहां मकान की दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई है।
टिहरी जिले के चंबा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण एक मकान की दीवार टूट जाने से दो बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे में एक अन्य व्यक्ति के घायल होने का मामला सामने आया है।
चंबा के थानाध्यक्ष एलएस बुटोला ने बताया कि धनोल्टी तहसील के मरोड़ा गांव में भारी बारिश के कारण शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि में करीब दो बजे प्रवीण दास नाम के एक व्यक्ति के मकान की दीवार टूट गई।
इस हादसे में एक कमरे में सो रहे उसके दो बच्चे- स्नेहा (12) और रणवीर (10) मलबे के नीचे दब गए। उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन के दल सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचे। बच्चों को मलबे से निकाला।
बुटोला ने कहा कि बच्चों को तुरंत निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सत्यो पहुंचाया गया। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना में बच्चों के दादा प्रेमदास (60) के पैर में हल्की चोट आई है।
संवेदनशील इलाकों का होगा सर्वे
गौरीकुंड हादसे के बाद संवेदनशील इलाकों का सर्वे कराने की योजना तैयार की गई है। सरकार ने चारधाम यात्रा मार्ग और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों का सर्वे कराने का निर्णय लिया है। गौरीकुंड हादसे के बाद आपदा प्रबंधन सचिव की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किया गया।
विभाग की ओर से कहा गया कि बाहर से आकर रह रहे लोगों का सत्यापन कराया जाए। दरअसल, गौरीकुंड हादसे में अभी भी 17 लोगों की तलाश जारी है। इस हादसे में 20 लोग लापता हुए थे। इसमें से 14 नेपाली मूल और 4 रुद्रप्रयाग के निवासी बताए जा रहे हैं।
लैंडस्लाइड के कारण हुए हादसे के बाद गौरीकुंड में 40 दुकानें तोड़ी गई हैं। वहीं, सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक 190 कच्ची दुकानों को चिह्नित किया गया है। इन्हें हटाया जाएगा। प्रशासन की ओर 150 दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी किया गया है।
भारी बारिश का अलर्ट
प्रदेश में मॉनसून की तबाही लगातार जारी है। हालांकि, अभी भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 7 अगस्त तक रुक-रुक कर तेज बारिश का अलर्ट है।
खराब मौसम का असर जोशीमठ में भी दिख रहा है। इलाके में मूसलाधार बारिश के कारण कई स्थानों पर पहाड़ी दरकती दिखी है। बद्रीनाथ नेशनल हाइवे पर कई स्थानों पर पहाड़ी से मलबा आ गया है। इस कारण हाइवे को बंद किया गया है।
अभी बद्रीनाथ यात्रा को रोका गया है। जगह-जगह पर तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। देहरादून और हरिद्वार समेत प्रदेश के 6 जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों को इस दौरान एहतियात बरतने को कहा है।