Weather Alert: राज्य के सभी जिलों में अगले 4 दिनों तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी

राज्य के सभी जिलों में अगले 4 दिनों तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी

  • पुरोला में फटा बादल, भारी नुकसान

देहरादून। उत्तराखंड में इस मानसून सीजन में बरसात के पिछले कई रिकॉर्ड टूट चुके हैं। लगातार रुक-रुक कर हो रही बरसात से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

कुमाऊं मंडल हो या गढ़वाल मंडल दोनों जगह बरसात में लोगों के लिए मुसीबत खड़ी की हैं। अब मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार यानी आज से अगले 4 दिनों तक मौसम बारिश भरा रहेगा।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य के सभी जिलों में अगले 4 दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि, 22 से 25 जुलाई तक कुमाऊं और गढ़वाल में कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है तथा संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन की वजह से सड़कें बंद हो सकती हैं। यह लिहाजा आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

पुरोला में फटा बादल, भारी नुकसान

उत्तरकाशी। शुक्रवार देर रात्रि को छाड़ा खड्ड में बादल फटने से नगर पंचायत पुरोला के वार्ड नं 3 व 4 में कुछ भवनों, वाहनों, सडक आदि को क्षति पहुंची है।

देर रात हुई अतिवृष्टि के कारण बड़कोट तहसील के अंतर्गत गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण उस टूरिस्ट कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए हैं और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के परिसर में भी मलबा घूसा है।

इसके साथ ही पुरोला के छाड़ा खड्ड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है। भारी बारिष से भूमि कटाव हुआ। कुछ घरों और दुकानों में मलबा घुस गया।

घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल देर रात प्रशासनिक टीम और एसडीआरएफ के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इन घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई।

उप जिलाधिकारी पुरोला देवानन्द शर्मा और उपजिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार पुलिस तथा प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं।

देर रात करीब ढाई बजे हुई इन घटनाओं की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने उप जिलाधिकारी पुरोला और उप जिलाधिकारी बड़कोट को तत्काल समबन्धित विभागों के कर्मियों के साथ मौके पर निरीक्षण करने और प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने तत्काल कारवाई करते हुए सभी सेवाओं को सुचारू करने की शुरुआत करने सहित इन घटनाओं में हुई क्षति का आंकलन कर आख्या प्रस्तुत करने और अनुमन्य राहत राशि का वितरण अविलंब करने की हिदायत भी दी है।