बिग ब्रेकिंग: भीषण गर्मी से परेशान प्रदेशवासी। अस्पतालों में अलर्ट, करें यह उपाय….

भीषण गर्मी से परेशान प्रदेशवासी। अस्पतालों में अलर्ट, करें यह उपाय….

देहरादून। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार गर्मी बढ़ रही है, जिसके चलते तापमान में इजाफा स्पष्ट देखा जा सकता है। इस भीषण गर्मी से प्रदेशवासी परेशान हैं। घर के बाहर कदम रखते ही लोगों को सूरज की भीषण तपिश का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं स्वास्थ्य विभाग ने उत्तराखंड में बढ़ती गर्मी और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश भर के सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत सभी सीएफओ और अस्पताल अधीक्षकों को सुविधाओं के साथ पूरी तैयारी रखने को कहा गया है।

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से राज्य में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसके चलते अस्पतालों में डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज काफी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं। वही तेज धूप और गर्म हवाओं की वजह से मैदानी क्षेत्रों में कई लोगों को लू लगने जैसी शिकायतें सामने आ रही है।

इसके लिए महानिदेशालय ने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा है। स्वास्थ सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि बढ़ती गर्मी से स्वास्थ्य को होने वाली दिक्कतों के मद्देनजर अस्पतालों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए हैं।

वही दून अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. नारायण जीत का कहना है कि गर्मी के कारण सबसे अधिक स्वास्थ्य समस्याएं नवजात बच्चों को होती हैं।

इसके अलावा पांच साल तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, साठ साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, मोटापे और गंभीर बीमारी के कारण ज्यादा दवाओं का सेवन करने वालों को भी गर्मी से बचने की विशेष जरूरत है।

दून में पहुंच गया इतना डिग्री तापमान

राजधानी देहरादून में मंगलवार को 39.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। जबकि यहां रात का तापमान 25.0 डिग्री के करीब पहुंच चुका है।

गर्मी से बचाव के लिए करे यह उपाय

  • धूप में निकलने से बचें
  • कच्चा प्याज रोज खाएं
  • बासी व भारी भोजन न करें
  • शराब के सेवन या डिहाइड्रेटेड करने वाली चीजों से बचें
  • खुले शरीर धूप में न निकलें यदि धूप में निकलना ही पड़े तो सिर को अवश्य ढक कर रखें
  • आंखों पर सनग्लासेस लगाएं व सफेद या हल्के रंग के कॉटन के कपड़े पहने
  • एसी में बैठे रहने के बाद तुरंत धूप में ना निकलें
  • पर्याप्त पानी पीए ताजा और पौष्टिक भोजन करें