वीडियो: हरिद्वार में शुरू हुआ कुश्ती का महाकुंभ। देश के कोने-कोने से आए खिलाड़ी दिखा रहे अपना जलवा

हरिद्वार में शुरू हुआ कुश्ती का महाकुंभ। देश के कोने-कोने से आए खिलाड़ी दिखा रहे अपना जलवा

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखंड में पहली बार तीन दिवसीय अंतर राज्य कुश्ती प्रतियोगिता हरिद्वार के प्रेम नगर आश्रम में आयोजित की जा रही है।

आज इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि बृजभूषण शरण सिंह सांसद, भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी द्वारा किया गया।

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कार्यक्रम में साधु संत और उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात समेत उत्तराखंड कुश्ती संघ के सदस्य भी मौजूद रहे।

हरिद्वार में आयोजित हो रहे कुश्ती के महाकुंभ में देश के कोने-कोने से कुश्ती के खिलाडी अपना जलवा बिखेर रहे हैं। इसमें उत्तराखंड के कुश्ती खिलाड़ियों को भी बड़ा मौका मिलने जा रहा है। इसमें प्रतिभाग करके उत्तराखंड के कुश्ती के खिलाडी राज्य स्तर पर अपना नाम कमायेगे।

मुख्य अतिथि सांसद भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि, पिछले ओलंपिक खेल में कुश्ती में हम दो मेडल लेकर आए थे। हमे चार मेडल लाने की उम्मीद थी, खेल का एक पैमाना होता है कि, आपके खिलाड़ी कितने मेडल लेकर आ रहे हैं।

अभी हमारी जूनियर टीम ने विश्व में काफी मेडल प्राप्त किए हैं और इसमें बड़ा योगदान लड़कियों का रहा है। विश्व में हमारी लड़कियां दूसरे नंबर पर है। इसमें भारत सरकार का भी बहुत बड़ा योगदान है।

उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रही कुश्ती प्रतियोगिता में उत्तराखंड के खिलाड़ी कितना फायदा लेते हैं यह उनके ऊपर निर्भर करता है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी का कहना है कि, सरकारों द्वारा जिस तरह से खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले करीब 10 वर्षों से ब्रजभूषण शरण सिंह अध्यक्ष बने हैं, तब से कुश्ती में देश के खिलाड़ियों ने नाम रोशन किया है।

देश को 5 से 6 सालों मे जितने मेडल कुश्ती में प्राप्त हुए हैं, शायद ही इससे पहले प्राप्त हुए हो। हरिद्वार में आयोजित हो रही कुश्ती प्रतियोगिता में देश के कोने-कोने से जितने भी खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, मैं सभी खिलाड़ियों का स्वागत करता हूं। क्योंकि यह आयोजन उत्तराखंड में पहली बार किया जा रहा है।

उत्तराखंड में पहली आयोजित की जा रही कुश्ती प्रतियोगिता से उत्तराखंड के खिलाड़ियों को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि देश के कोने-कोने से कुश्ती के खिलाडी प्रतियोगिता में अपना जलवा दिखाएंगे।

उत्तराखंड के खिलाड़ियों को भी इनसे कुछ सीखने का मौका मिलेगा और उत्तराखंड के खिलाड़ी भी देश और विदेश में अपना नाम रोशन कर सकेंगे।