बड़ी खबर: IIT रुड़की पर भारी पड़ा नॉनवेज का मुद्दा। डीन का पुतला दहन, धरने पर बैठे छात्र

IIT रुड़की पर भारी पड़ा नॉनवेज का मुद्दा। डीन का पुतला दहन, धरने पर बैठे छात्र

रिपोर्ट- सलमान मालिक
आईआईटी रुड़की के हॉस्टल में नॉनवेज परोसे जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आईआईटी गेट पर संस्थान के डीन का पुतला दहन किया और जोरदार नारेबाज़ी करते हुए संस्थान प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए।

प्रदर्शनकारियों ने संस्थान प्रबंधन पर हिन्दू छात्रों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए तीन दिन का एल्टिमेटम दिया है, यदि तीन दिन के अंदर छात्रों की बात नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।

आपको बता दें कि, देश की नामचीन संस्थान आईआईटी रुड़की के आज़ाद हॉस्टल की मेस में सप्ताह के दो दिन नॉनवेज भोजन शुरू किया गया है। जिसके विरोध में छात्र खाली थाली के साथ भूखे रहकर मेस के बाहर धरने पर बैठे है।

इन्ही छात्रों के सपोर्ट में आज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं आईआईटी गेट पर पहुँचे, और संस्थान के इस फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, साथ ही संस्थान के डीन का पुतला भी दहन किया।

प्रदर्शनकारियों ने संस्थान प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए तीन दिन का एल्टिमेटम दिया है, यदि तीन दिन के अंदर मेस से नॉनवेज भोजन को बंद नही किया गया तो आईआईटी में घुसकर उग्रान्दोलन की चेतावनी दी गई है।

बजरंग दल के जिला सह संयोजक विवेक त्यागी ने बताया कि, आईआईटी रुड़की के आजाद भवन को छोड़कर सभी हॉस्टल को नॉनवेज कर दिया गया था, ये एक मात्र ऐसा हॉस्टल बचा था, जहाँ सिर्फ़ वेज खाना मिलता था, पर अब यहां भी कॉलेज प्रशासन छात्रों के विरोध के बावजूद नॉनवेज खाना बनवा रहे है।

जिसका छात्र पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे है। लेकिन संस्थान के डीन उनकी बात सुनने की बजाए, अपनी जिद पर अड़े है।

उन्होंने आईआईटी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, आईआईटी प्रशासन जबरन हिन्दू छात्रों को नॉनवेज खिलाने को मजबूर कर रहे है, जिसे बजरंग दल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेगा। उन्होंने आईआईटी डीन पर रुड़की आईआईटी को लाहौर यूनिवर्सिटी बनाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा ये बजरंग दल किसी भी हाल में बर्दाश्त नही करेगा। यदि तीन दिन के अंदर आईआईटी प्रशासन ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो वह उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

उन्होंने बताया, संस्थान के हिन्दू छात्र आईआईटी के इस फैसले के विरोध में दो दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन उनकी कोई सुनने को तैयार नहीं है।