धर्मनगरी में कब्र से खुलेगा युवती की मौत का राज। जानें कैसे?….
हरिद्वार। पत्नी के हत्यारोपी को लेकर उत्तरप्रदेश की बनारस पुलिस कलियर पहुंची। यहां आरोपी की निशानदेही पर एक वर्ष पूर्व कब्र में दफनाए गए शव को बाहर निकाला गया। जिसकी डीएनए एवं फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा गया है।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के बनारस थाने में दर्ज हत्या के मुकदमों के सबूत कलियर की जमीन में दफन हैं। बनारस के थाना कैंट में दर्ज मुकदमे के अनुसार शरीफ हासमी पुत्र वकील हाशमी के खिलाफ एक युवती को बहला फुसलाकर अपने प्रेम जाल में फंसाना और धर्म परिवर्तन करवाना और फिर हत्या करने का आरोप है।
बताया गया है कि, आरोपी ने 2020 में युवती से शादी की थी और तब से वह उसके साथ रह रही थी, कुछ दिन बाद युवक कलियर आ गया और यहां 2021 में उसकी मृत्यु हो गई थी। शव को दफन कर दिया था।
युवती के परिजनों की तहरीर पर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो शरीफ ने शव कलियर में दफनाने की बात कबूली।
बनारस पुलिस ने स्थानीय पुलिस प्रसाशन की मदद से फोरेंसिंक टीम और डॉक्टरों की मौजूदगी में शव (जो कि कंकाल में तब्दील हो चुका है) को कब्र से बाहर निकाला और डीएनए व फोरेंसिक जांच के लिए लैब भिजवाया।
टीम का नेतृत्व कर रहे नायाब तहसीलदार रुड़की ललित मोहन पोखरियाल का कहना है कि, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निर्देश पर यूपी पुलिस, कलियर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ कब्र खोदकर युवती के अवशेष को बाहर निकालकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।