मिशन 2022: आगामी चुनाव में भगवान के सहारे कांग्रेस। भाजपा के राम, तो कांग्रेस के होंगे गणेश

आगामी चुनाव में भगवान के सहारे कांग्रेस। भाजपा के राम, तो कांग्रेस के होंगे गणेश

कहते हैं जिसका कोई नही उसका भगवान होता है और अब भगवान राजनीति का भी मुख्य केंद्र उत्तराखंड में बनने जा रहे हैं। एक ओर भाजपा हमेशा ही राम के नाम के सहारे कई चुनाव जीतने में सफल हुई है, तो अब उत्तराखंड में कांग्रेस भी भगवान गणेश के नाम के सहारे 2022 का चुनाव फतह करने का मन बना चुकी है।

जी हां उत्तराखंड कांग्रेस ने आज एलान किया है कि, अब हर कार्यक्रम का आगाज श्री गणेश के जयकारे के साथ होगा, जैसा कि सर्वविदित है कि, भाजपा जय श्री राम के नारे का ऐसा ही उपयोग करती है तो अब कांग्रेस भी हिंदुत्व की इस पटरी पर चलती दिखाई देगी।

विधानसभा चुनाव से पहले हिंदुत्व फिर केंद्र में है, भाजपा के जय श्री राम के उदघोष को अब कांग्रेस का श्री गणेश उदघोष से टक्कर मिलेगी। कुल मिलाकर चुनावी समर में फिर हिंदुत्व चर्चा में रहने वाला है।

कांग्रेस पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले बड़ा ऐलान किया है। अब सभी काम को श्री गणेश के जय घोष से शुरू किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि, अब कांग्रेस पार्टी जो भी काम करेगी, श्री गणेश के साथ करेगी और उनके जयघोष के साथ किया जाएगा।

समाज में जो बुराइयां भाजपा ने फैलाई है उनका खत्मा भगवान गणेश ही करेंगे। सबके कल्याण के लिए अब श्री गणेश का नाम सबसे पहले लिया जायेगा।

कांग्रेस पार्टी का कहना है कि, कुमाऊं और गढ़वाल के दोनों मंडलों में कांग्रेस पार्टी परिवर्तन यात्रा निकालेगी, परिवर्तन यात्रा 3 सितंबर से 6 सितंबर तक निकाली जाएगी, हरिद्वार में पूर्व मुख्यमंत्री ने परिक्रमा करने का ऐलान किया है कि, गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर वह हरिद्वार की परिक्रमा करेंगे और जो भी काम किया जाएगा अब श्री गणेश के साथ किया जाएगा। -हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री

यानी चुनाव के पहले इस बार कांग्रेस भी हिंदुत्व कार्ड खेलकर 2022 की वैतरणी को पार करने की तैयारी में है।कांग्रेस इस कार्ड को खेलकर कितना कामयाब होगी ये तो खैर आने वाले समय मे पता चल जायेगा, लेकिन अब आने वाला चुनाव उत्तराखंड में बेहद रोचक मोड़ लेने वाला है। देखना ये होगा कि, श्री गणेश और श्री राम के नारे में कौन किस पर भारी पड़ता है।