अवैध शराब पर पुलिस की कारवाई, ठप हुई मोटी कमाई

अवैध शराब पर पुलिस की कारवाई, ठप हुई मोटी कमाई

यदि आप लॉकडाउन में अवैध शराब बेचने की योजना बना रहे हैं, तो खबरदार सचेत हो जाइए। कहीं ये न हो कि मोटा मुनाफा कमाने के फेर में आपको लेने के देने पड़ जाएं। वहीं यदि आप मदिरा को ब्लैक में खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए भी यह बुरी खबर साबित हो सकती है। शराब के सेवन से कोरोना का खतरा जहां बढ़ जाता है, वहीं यदि आप शराब खरीदते हुए पकड़े गए तो आप पर भी सख्त कार्यवाही हो सकती है।

दरअसल हुआ यह कि, मायाली बाजार में लम्बे समय से स्थानीय महिलाएं शराबियों से परेशान हैं। लॉकडाउन के बाद थोड़ी सी राहत जरूर मिली, किंतु यहां भी शराब कारोबारियोंं ने इसका तोड़ निकाल लिया और अवैध तरीके से शराब बेचने लगे, इससे स्थानीय महिलाओं में आक्रोश पनपने लगा।

रुद्रप्रयाग पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज तहसीलदार जखोली मौ० शादाब को विश्वस्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई थी कि, कस्बा मयाली में संचालित शराब के ठेके के सेल्समैन द्वारा मयाली स्थित अपने निजी कमरे पर लोगों को शराब बेची जा रही है। इस सूचना को उनके द्वारा चौकी प्रभारी जखोली से साझा कर प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा कस्बा मयाली में उक्त स्थल पर छापा मारा गया।

मौके पर पाया गया कि, एक व्यक्ति द्वारा अपने कमरे में शराब रखकर लोगों को बेचा जा रहा था। पूछताछ में उक्त व्यक्ति द्वारा अपना नाम कर्ण सिंह पुत्र बीर सिंह (28 वर्ष) निवासी ग्राम सिरवाड़ी, जिला रुद्रप्रयाग बताया गया।
कमरे की तलाशी लेने पर अलग-अलग ब्रांड की 10 बोतल सोलमेट ब्लू व्हिस्की, 8 बोतल एट पी0एम0 व्हिस्की, 6 बोतल सोल्मेट प्लेन व्हिस्की एवं 24 केन बीयर के शराब बरामद हुए।

सख्ती से पूछताछ करने पर उस व्यक्ति ने बताया कि, उसके मालिक यानि मयाली ठेका संचालक संजय पाल द्वारा उसे शराब बेचने के लिए कहा गया है। बरामद शराब के आधार पर अभियुक्त कर्ण सिंह के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के तहत चौकी जखोली पर अभियोग पंजीकृत किया गया है तथा वर्तमान समय में प्रचलित कोविड कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन किये जाने पर ठेका संचालक व सेल्समैन के विरुद्ध महामारी अधिनियम, आपदा प्रबन्धन अधिनियम व भा0द0वि0 की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया हैै।

तहसीलदार ने बताया कि, लॉकडाउन में अवैध शराब की बिक्री बिल्कुल गलत है। कोरोना महामारी को बढ़ावा देने का भी यह एक मुख्य कारण है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी हाल में ऐसे लोगों को नहीं बख्शा जाएगा। वहीं इस कार्यवाही के बाद स्थानीय महिलाओं ने अफसरों, पुलिस की जमकर सराहना की। उनका कहना है कि ऐसे अफसरों की ही प्रदेश में जरूरत है। उनकी ओर से भी ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को पूरा सहयोग मिलेगा। -साभार मुख्यधारा