श्मशान घाटों पर बढ़ी भीड़, लकड़ियों की कमी। पुलिस कर रही लकड़ी के ट्रकों का बेवजह चालान
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। कोरोना के कहर की वजह से श्मशान घाटों में भी भीड़ बढ़ गई है। हरिद्वार में 3 शमशान घाटों पर क्षमता से अधिक शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे है। हरिद्वार के तीनों श्मशान घाट पर स्थानीय ही नहीं बल्कि मेरठ, मुजफरनगर सहित आस-पास के जनपदों से भी लोग अंतिम संस्कार करने आ रहे है। सामान्य दिनों की अपेक्षा 4 से 5 गुना अधिक शव आने से श्मशान घाटों में शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी कम पड़ने लगी है। सबसे दुखद बात तो यह है कि, श्मशान घाट के लिए लाई जा रहे लकड़ी के ट्रकों को भी पुलिस कर्फ्यू का हवाला देकर न केवल चालान कर रही है, बल्कि उनसे वसूली भी कर रही है। वहीं जिलाधिकारी का कहना है कि, इस तरह की कोई कार्रवाई की गई तो उसके रूप मेरे द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आजकल श्मशान घाट पर लोगों से ज्यादा जलाए जा रहे शव नजर आ रहे है, हरिद्वार में 3 श्मशान घाट है। जिन पर सामान्य दिनों में 40 से 50 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। मगर आजकल 200 से 250 शव रोजाना श्मशान घाटों पर आ रहे है। इन शवो में स्थानीय शवों के अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर सहित आस-पास के इलाकों से भी लोग अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए ला रहे है। कनखल श्मशान घाट में तो श्मशान समिति ने कोरोना मृत लोगो के शवों को जलाने पर रोक लगा दी है और कोरोना से मृत लोगों को श्मशान घाट के सामने गंगा किनारे जलाने के आदेश दे दिए गए।
कनखल श्मशान घाट में ही आजकल 60 से 70 शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है। जिससे अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की कमी होने लगी है। लकड़ी विक्रेता बमुश्किल लकड़ी का इंतेजाम कर पा रहे है। यहां तक की कुम्भ के लिए अखाड़े, आश्रमो में धुने के लिए लाई गई लकड़ियों का इस्तेमाल भी अंतिम संस्कार के लिए किया जा रहा है। श्मशान घाट पर लकड़ी विक्रेता का आरोप है कि, हम किसी तरह से लकड़ियों की व्यवस्था कर रहे है, तो पुलिस परेशान कर रही है। लकड़ी ला रही गाड़ियों को रास्ते में रोक कर चालन कर रही है और उनसे अलग से वसूली भी कर रही है।
वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि, हमें कुछ इस तरह की शिकायतें प्राप्त हुई है। इसको लेकर मेरे द्वारा पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है, श्मशान घाट पर व्यवस्थाएं सुधारने के लिए लगातार मेरे द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। लकड़िया लाने पर अगर पुलिस डिपार्टमेंट द्वारा कुछ कार्रवाई की जा रही है तो वह नियम अनुसार की जाए तो सही है। अगर गलत रूप से कार्रवाई की जा रही है तो मेरे द्वारा इसका संज्ञान लिया जाएगा और जिस ने भी इस तरह की कार्रवाई की होगी उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि, हरिद्वार के श्मशान घाटों पर 5 से 6 गुना अधिक शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है और लकड़ियां भी कम पड़ने लगी है। मगर सुकून की बात यह है कि, अभी तक अंतिम संस्कार का सामान बेचने वालों ने दामो में मामूली सा ही इजाफा किया है। लकड़ी भी सामान्य से थोड़ा ही महंगी हुई है। मगर उसके बावजूद भी लकड़ी बेचने वालों पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर अब जिलाधिकारी भी सख्त नजर आ रहे हैं और उनके द्वारा साफ निर्देश दिए गए हैं कि, अगर किसी भी पुलिस के अधिकारी द्वारा ऐसी कार्रवाई की गई तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।