कोतवाल ने दिखाया भाजपा नेता और व्यापार मंडल प्रत्याक्षी को आइना। काटे चालान
रिपोर्ट- दिलीप अरोरा
किच्छा। दोपहर 12 बजे के बाद जैसे ही पूर्ण कर्फ्यू का टाइम शुरू हुआ वैसे ही सीओ भूपेंद्र सिंह और कोतवाल चंद्रमोहन सिंह अपने लाव लशकर के साथ शहर के मुख्य मार्गो पर जनता को नियमों का पाठ पढ़ाने निकल पड़े
और उन्होंने नियमों का उलंगन करने वालों औरअनावश्यक घूमने वालो के के विरुद्ध कोविड गाइडलाइन के अनुसार चलाने भी काटे।
तपती धूप के बीच कोतवाल चंद्रमोहन ने शहर के डीडी चौक और बोरिंग गली के समीप भी मोर्चा संभाले रखा। यही नहीं वह कुछ महिलाओं को भी गाइडलाइन का पाठ पढ़ाते दिखे और लोगों को अनावश्यक घर से बाहर न आने की भी नसीहत देते दिखे।
यही नहीं जब कोतवाल साहब ने एक व्यक्ति को नियमों का उलंघन करने पर रोका तो उसके बाद उसने वहाँ मौजूद पुलिस वालो को कई बार किसी नेता से फोन पर बात कराने की कोशिश की, परन्तु किसी ने बात नहीं की।
कुछ मिनट बाद भाजपा नेता गुलशन को आखिर खुद मौक़े पर आना ही पड़ा और जब आने के बाद उन्होंने कोतवाल साहब से कहा कि, साहब यह मेरा परिचित है और यह तो किसी जरूरी काम से आया था तभी कोतवाल चंद्रमोहन ने उनको नसीहत देते हुए कहा कि, अभी यह कुछ और बोल रहा था और आप कुछ और बोल रहे है।
गुलशन साहब हमें यह सब मत सिखाईये और प्लीज आप यहां से जाओ और हमें अपना काम करने दीजिये और इतने मे भाजपा नेता वहां से चले गए और उनकी कोई सोर्स कोतवाल के आगे काम नहीं आयी। लेकिन कोतवाल के जिस अंदाज और सच्चे कोरोना वारियर की भूमिका निभाते हुए भाजपा नेता को नसीहत दी, यह सराहनीय कार्य है क्योंकि नियम सभी के लिए बराबर होते है इसमें क्या नेता और क्या अभिनेता।
भाजपा नेता के अलावा कुछ और लोग भी पुलिस से उलझते दिखे पर कोतवाल चंद्रमोहन बड़ी शालीनता के साथ जिम्मेदार पुलिस वाला बनकर लोगो को समझाकर शांत भी किया और उनका चलान भी किया। कोतवाल ने घंटो तक शहर की सड़को पर डेरा डाल कर रखा और पूरी तरह सख्त रूख अपनाये हुए दिखे। यही नहीं एस एस आई भुवन चंद्र आर्या ने इस बीच दर्जनों कोविड चलान किये।
कोतवाल चंद्रमोहन सिंह के साथ उनकी टीम मे एसएसआई भुवन चंद्र आर्या और कनि० हरजिन्दर सिंह, शाही, कुलदीप बिष्ट, गौरव सनवाल, बृज मोहन, तरुण पाण्डेय आदि रहे।