सावधान: हरिद्वार में अस्थि विसर्जन करने वाले यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य

हरिद्वार में अस्थि विसर्जन करने वाले यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। सनातन परंपरा में जब तक गंगा में अस्थि विसर्जन नहीं किया जाता, तब तक मृत आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है। देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण कई लोग अपनी जान गवा रहे हैं। हर श्मशान घाट पर बड़ी संख्या में चिताएं जल रही है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए श्मशान घाट पर कोरोना पॉजिटिव शव की अस्थियों को तुरंत ही उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है। उसके बाद हरिद्वार मां गंगा में अस्थि विसर्जन कराने बड़ी संख्या में परिजन आ रहे हैं। मगर हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है। रिपोर्ट ना लाने पर उनका बॉर्डर पर ही कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। उसके बाद ही किसी को हरिद्वार आने की अनुमति मिल रही है।

हरिद्वार में भी कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। अभी संपन्न हुए कुंभ मेले में भी बड़ी संख्या में साधु संतों सहित काफी लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं और कई लोगों ने अपनी जान भी गवाही है। इसी को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन भी किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। उनके द्वारा बाहर से आने वाले सभी लोगों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है। इस वक्त हरिद्वार में काफी संख्या में अस्थि विसर्जन करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए भी जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गई है।

हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि, बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को अभी बॉर्डर पर रोका नहीं जा रहा है। हरिद्वार जिले में कोरोना कर्फ्यू लगने के कारण उनकी व्यवस्थाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है। रेलवे और बस के माध्यम से जो यात्री हरिद्वार आ रहे हैं उनकी एंट्री हरिद्वार में हो रही है। हमारे द्वारा कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है। इसकी चेकिंग हमारे द्वारा की जा रही है।

हरिद्वार अस्थि विसर्जन कराने आने वाले यात्रियों का कहना है कि, हम अस्थि विसर्जन कराने हरिद्वार आए हैं। बॉर्डर पर जो भी यात्री आ रहा है, उनकी टेस्टिंग भी की जा रही है। वहां पर पास भी बनाए जा रहे है। इससे हमें कोई परेशानी भी नहीं हुई। हमारे द्वारा कोरोना का टेस्ट कराने का पर्चा भी दिखाया गया। साथ ही हमारे सारे कागजात भी चेक किए गए। यात्रियों का कहना है कि, जो भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए हरिद्वार आ रहे हैं उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है।

हरिद्वार तीर्थ पुरोहित जितेंद्र शास्त्री का कहना है कि, जो भी यात्री हरिद्वार अस्थि विसर्जन कराने आ रहा है, उन सभी की कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट चेक की जा रही है। बॉर्डर पर ही उन्हें रोका जा रहा है। मगर हम शासन और प्रशासन से मांग करते हैं जो भी हरिद्वार अस्थि विसर्जन कराने आ रहे हैं उसमें ज्यादा भीड़ ना की जाए, सिर्फ दो से तीन लोगों को ही अस्थि विसर्जन कराने की परमिशन दी जाए। इनका कहना है कि, हरिद्वार सती कुंड घाट पर 100 से 150 के करीब अस्थियां विसर्जित की जा रही है और यहां पूरे देश से अस्थि विसर्जन करने लोग आ रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है। हम भी श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि, जब तक कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट ना हो तब तक हरिद्वार ना आए