हरिद्वार: नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन बनाने वाले दो युवक गिरफ्तार

नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन बनाने वाले दो युवक गिरफ्तार

– दो हजार से ज्यादा दिल्ली सहारनपुर और मुजफरनगर में बेच चुके थे इंजेक्शन
– उत्तराखंड एसटीएफ पकड़े गए 2 आरोपियों सहित 5 लोगो से कर रही पूछताछ

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार में नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार ड्रग विभाग की संयुक्त छापेमारी में दो लोगो को गिरफ्तार किया है। इनमे एक को हरिद्वार और एक युवक को रुड़की से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों युवक टेक्जिम नाम के इंजेक्शन पर उसका लेवल हटाकर रेमडेसीवीर का लेवल चिपका कर बेचते थे। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 3 दिन पहले दिल्ली में नकली इंजेक्शन के साथ पकड़े गए 2 आरोपियों की निशानदेही पर हरिद्वार और रुड़की में छापा मारकर इन्हें गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के अनुसार वह अभी तक 2 हजार से ज्यादा इंजेक्शन दिल्ली, सहारनपुर और मुजफरनगर में बेच चुके थे, इनके पास से 3 हजार से ज्यादा इंजेक्शन की खाली शीशियां व अन्य कई तरह की दवाइयां भी बरामद हुई है। उत्तराखंड के कोटद्वार में भी एक दवा कंपनी के साथ इस गिरोह के तार जुड़े हुए है, जंहा ये नकली इंजेक्शन तैयार किये जाते थेे।

उत्तराखंड में भी नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। दिल्ली में 3 दिन पहले नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन के साथ दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जिन 2 युवकों को 96 इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था, वह इंजेक्शन भी उत्तराखंड में तैयार किये गए थे। दिल्ली क्राइम ब्राँच ने जब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि, नकली रेमडेसीवीर बनाने का गोरखधंधा उत्तराखंड के कोटद्वार और हरिद्वार से चल रहा है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उत्तराखंड एसटीएफ और ड्रग विभाग के साथ संयुक्त छापेमारी की। इस छापेमारी में पुलिस ने दो युवकों आदित्य कुमार गौतम और वतन कुमार सैनी को गिरफ्तार किया है। वतन कुमार सैनी को हरिद्वार में बीएचईएल स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एजिस नाम की एक फार्मा कंपनी की कुछ दवाएं और 3 हजार इंजेक्शन की खाली शीशियां भी बरामद की गई है। इंजेक्शन की खाली शीशियां रेमडेसीवीर इंजेक्शन की शीशियों जैसी है, जबकि आदित्य गौतम को रुड़की से गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि, नकली रेमडेसीवीर बनाने वाला गिरोह एक इंजेक्शन 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि, रेमडेसीवीर इंजेक्शन नाम के लेवल रुड़की की एक प्रेस में छापे जाते थे और कोटद्वार की दवा कंपनी में नकली इंजेक्शन तैयार होते थे। उत्तराखंड एसटीएफ पकड़े गए 2 आरोपियों सहित 5 लोगो से पूछताछ कर रही है।