श्री नया उदासीन अखाड़े ने की धर्म ध्वजा की स्थापना। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। अखाड़ों के लिए कुंभ की शुरुआत धर्मध्वजा की स्थापना के साथ हो जाती है। इसी कड़ी में श्री नया उदासीन अखाड़ा ने आज अपनी धर्मध्वजा फहरा कर कुंभ की शुरुआत कर दी है। धर्म ध्वजा फिराने के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई, जिसके बाद श्री बड़ा उदासीन अखाड़े की कुंभ की सभी गतिविधियां इसी धर्म ध्वजा के नीचे शुरू हो गयी है।
धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है।अखाड़ों में फहराई जाने वाली धर्मध्वजा की स्थापना के बाद अखाड़ों के कुंभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं, आज कनखल स्थित श्री नया उदासीन अखाड़े की धर्मध्वजा की स्थापना की गई। इस मौके पर अखाड़ों के पदाधिकारियों सहित मेला अधिकारी कुंभ मेला आईजी मौजूद रहे, श्री नया उदासीन अखाड़े के सेक्रेटरी और श्रीमहंत जगतार मुनि ने बताया कि, अखाड़े की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुंभ में पहले धर्मध्वजा की स्थापना की जाती है जो धर्म का प्रतीक है, धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए धर्मध्वजा की स्थापना की जाती है, आज धर्म संस्कृति और सनातन परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। कुंभ पर्व पर लोग धर्म की प्रति जागरूक होते हैं और कुंभ जैसे आयोजन से लोगों में धार्मिक भावना बढ़ती है। महाकुंभ हिंदुओं की आस्था का बहुत बड़ा पर्व है, जिसकी शुरुआत आज श्री बड़ा उदासीन अखाड़ा द्वारा की गई है। आज से धर्मध्वजा के नीचे सभी धार्मिक कार्य किए जाएंगे और उन अन्नक्षेत्रों की भी शुरुआत कर दी जाएगी।
बता दें कि, कुंभ मेले में आप सभी अखाड़ों द्वारा अपनी धर्म ध्वजा स्थापित की गई है। धर्म ध्वजा स्थापित होने के बाद ही विधिवत अखाड़ों में कुंभ की शुरुआत हो जाती है। सात संन्यासी अखाड़ों ने पहले धर्म ध्वजा स्थापित कर पहला शाही स्नान भी किया है। आने वाले शाही स्नान में सभी तेरह अखाडें भव्य रुप से गंगा स्नान करेंगे।