गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर मातृ सदन के संत ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के अनशन का आज 18 वां दिन है| आत्मबोधानंद को जल त्यागे हुए पाँच दिन हो गए पहले उनका वजन धीरे धीरे घट रहा था| लेकिन जल त्यागने के बाद उनका वजन में तेजी से गिरावट आई है| डॉक्टरों की टीम ने आत्मबोधानंद का मेडिकल परीक्षण किया| उनके वजन में 5 किलोग्राम की गिरावट आई है| मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री से अनशन की सुध लेने के साथ ही उनकी मांगों को पूरा करने की मांग है|
मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद का कहना है कि आत्मबोधानंद द्वारा गंगा की अवरिरता और निर्मलता को लेकर 18 दिन से अनशन किया जा रहा है और उनके द्वारा 5 दिन से जल को भी त्याग दिया गया है| और वह अब अपने अनशन से पीछे हटने वाले नहीं हैं उनका कहना है कि, उत्तराखंड की पिछली सरकार के मुख्यमंत्री अपने प्रधानमंत्री की भी नहीं सुनते थे क्योंकि प्रधानमंत्री द्वारा हमें आश्वासन दिया गया था| इन्होंने नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मांग की और कहा कि, उन्होंने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी से आशीर्वाद लिया है| बीसी खंडूरी ने खनन के कार्यों को बंद किया था उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पर भी वार करते हुए कहा कि, उनके द्वारा संतों का अपमान किया गया इसी कारण आज वह सत्ता से बाहर हो गए|
गंगा की अवरीरता और निर्मलता के लिए 18 दिन से अनशन कर रहे है | आत्मबोधानंद द्वारा 5 दिन से जल्द ही त्याग दिया,मगर अभी तक ना ही शासन और ना ही प्रशासन का कोई नुमाइंदा उनसे वार्ता करने पहुंचा| आत्मबोधानंद अब पीछे हटने को तैयार नहीं है और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती उनके द्वारा अनशन जारी रखा जाएगा | मगर लगातार उनका वजन घट रहा है अब देखना होगा शासन और प्रशासन कितनी जल्दी आत्मबोध आनंद का अनशन तुड़वाता है|