पूर्व सीएम ने सरकार पर साधा निशाना। कहा सरकार ने कुम्भ को कॉस्मेटिक कुम्भ में बदला
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
धर्म नगरी हरिद्वार में दो महीने पूर्व नाबालिक मासूम बेटी के साथ दरिंदगी कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया था। इसको लेकर पूरा हरिद्वार आक्रोशित था, कई दिनों तक इस मामले में सामाजिक संगठन और परिवार के लोग सड़कों पर थे। पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। मगर अभी तक आरोपियों को इस दरिंदगी की सजा ना मिलना और जेल में सभी सुविधा मिलने का परिवार जनों ने आरोप लगाया है। इसी को लेकर देर शाम उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे और उनको आश्वासन दिया कि, जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलती वो उनके साथ खड़े है। वही कुंभ मेले को लेकर हरीश रावत ने कहा कि, हरिद्वार अपनी लड़ाई नहीं लड़ पाया। यह मुझे अफसोस है इस मामले में पीड़ित परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि, मासूम बेटी की रेप के बाद निर्मम हत्या के मामले में आरोपियों को बचाने के लिए कई बातें हो रही है। लोगों द्वारा मुझे इस बारे में अवगत कराया गया है। इसको लेकर मेरे द्वारा उच्च अधिकारियों से वार्ता की गई है। मगर जब तक पुलिस सभी तथ्य जुटाकर फास्ट ट्रॅक कोर्ट में इस मामले को नहीं लेकर जाती है, लोगों में शंका बनी हुई है।क्योंकि इस घटना का आरोपी काफी प्रभावशाली लोगों के संपर्क में बताया जा रहा है। इसलिए सभी संकाय स्वाभाविक है और परिवार के लोगों को ऐसा अंदेशा भी है। मेरे द्वारा परिवार के लोगों को आश्वासन दिया गया है जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलती है हम परिवार के साथ है। उन्होंने कहा ऐसी चर्चा है कि, आरोपियों को जेल में विशेष सुविधाएं दी जा रही है और इन बातों को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाना हमारा कर्तव्य है। परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है, मगर मुझे उत्तराखंड पुलिस पर विश्वास है कि, वह अपना मान रखने के लिए ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाएगी और जेल के अंदर भी उनके साथ वैसा ही बर्ताव होना चाहिए जिस तरह की उन्होंने घटना को अंजाम दिया है।
वहीं पीड़ित परिवार द्वारा इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की गयी है। मासूम बेटी के दादा निरंजन सिंह का कहना है कि, हरीश रावत द्वारा हमें आश्वासन दिया गया है कि अगर इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं होती है तो उनके द्वारा विधानसभा तक इस मामले को उठाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि, आरोपियों को जेल में सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है। यह बहुत ही गलत है। इस तरह के अपराधियों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिलनी चाहिए। जल्दी ही आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जिससे देश के लोगों में एक संदेश जाए इसको लेकर हमारे द्वारा सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। क्योंकि पुलिस की कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं है।
वही कुंभ मेले को लेकर विरोध कर रहे अखाड़ों और व्यापारियों पर तंज कसते हुए हरीश रावत ने कहा कि, सरकार ने कुंभ को कॉस्मेटिक कुंभ में बदल दिया है और इस बात को मेरे द्वारा लगातार कहा जा रहा था, मगर सभी सोच रहे थे कि एक राजनीतिक व्यक्ति इस बात को बोल रहा है। मगर आज अर्थव्यवस्था को इससे चोट पहुंच रही है तब सभी वर्ग के लोग बोल रहे हैं। मगर अब क्या बोलने का फायदा जब मौका था तब कुंभ की लड़ाई हरिद्वार के लोगों ने नहीं लड़ी। मेरे द्वारा मां गंगा में स्नान करके सभी अखाड़ों पर इस लड़ाई को छोड़ दिया गया था, क्योंकि कोई यह ना कहे कि हरीश रावत कुंभ मेले पर राजनीति कर रहा है। मगर हरिद्वार इस लड़ाई को नहीं लग पाया। मुझे इसका अफसोस है। हरीश रावत ने तंज कसते हुए कहा बहुत देर कर दी मेहरबा आपने गुस्सा करने के लिए।
बताना जरूरी होगा कि, दो महीने बाद एक बार फिर से मासूम बेटी की रेप के बाद निर्मम हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। क्योंकि पीड़ित परिवार के लोगों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि, आरोपियों को जेल में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है और इसी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पीड़ित परिवार के घर मिलने पहुंचे और उनको आश्वासन दिया जब तक आरोपियों को कड़ी सजा नहीं मिलती वह पीड़ित परिवार के साथ है। वही हरीश रावत ने कुंभ मेले को लेकर विरोध कर रहे व्यापारियों और अखाड़ों के साधु संतों पर भी निशाना साधा और कहा कि, हरिद्वार के लोग इस लड़ाई को नहीं लड़ पाए।