अलर्ट: अब हरिद्वार में यात्रियों से वसूला जाएगा कूड़ा निस्तारण चार्ज

Haridwar

अब हरिद्वार में यात्रियों से वसूला जाएगा कूड़ा निस्तारण चार्ज

– व्यापारियों ने किया विरोध
– संत समाज ने की हरिद्वार विकास बोर्ड बनाने की मांग

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। धर्म नगरी हरिद्वार में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं पर हरिद्वार जिला प्रशासन वेस्ट मैनेजमेंट चार्ज लगाने की तैयारी कर रहा है और इसकी जिला प्रशासन द्वारा रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिसमें बाहर से आने वाले यात्रियों पर कितना टैक्स लगाया जाए? इस टैक्स को होटल, धर्मशाला के द्वारा यात्रियों से वसूला जाएगा। मगर इस टैक्स का होटल धर्मशाला वाले विरोध कर रहे हैं, तो वही संत समाज का कहना है कि, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए उत्तर प्रदेश विकास बोर्ड की तर्ज पर हरिद्वार विकास बोर्ड बनाया जाए। जिससे हरिद्वार का विकास भी हो सके।

● आखिर क्या है यह टेक्स पढ़िए पूरी रिपोर्ट

उत्तराखंड में कई ऐसे टूरिस्ट प्लेस है जहां पर बाहर से आने वाले पर्यटकों से चार्ज लिया जाता है, उसी की तर्ज पर हरिद्वार में भी जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों से चार्ज लेने की तैयारी की जा रही है। हरिद्वार नगर निगम द्वारा स्थानीय निवासियों से कूड़ा निस्तारण चार्ज लिया जाता है मगर हरिद्वार में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और इसकी वजह से हरिद्वार में काफी गंदगी भी होती है। जिसको नगर निगम द्वारा उठाया जाता है। मगर इसका चार्ज श्रद्धालुओं से नहीं लिया जाता।

हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि हरिद्वार में काफी संख्या में यात्री आते हैं और इस कारण काफी गंदगी भी होती है। अभी हरिद्वार नगर निगम द्वारा स्थानीय लोगों से ही यूजर चार्ज लिया जाता है, मगर हमारे द्वारा विचार किया जा रहा है कि, बाहर से आने वाले यात्रियों से वेस्ट मैनेजमेंट चार्ज लिया जाए और जल्द ही इसका निर्णय लिया जाएगा। जिलाधिकारी का कहना है कि इस चार्ज के माध्यम से किसी को परेशान नहीं किया जाएगा। मगर कूड़ा निस्तारण के लिए पर्याप्त संसाधन होने भी जरूरी है और उस टैक्स के माध्यम से संसाधनों में बढ़ोतरी की जाएगी। जिससे हरिद्वार शहर साफ सुथरा रह सके। इससे हरिद्वार में यात्रियों के आने में भी बढ़ोतरी होगी हमारे द्वारा कितना चार्ज लगाया जाए यह अभी तय नहीं किया गया है, इस पर विचार किया जा रहा है।

वहीं हरिद्वार में नगर निगम द्वारा स्थानीय लोगों से कूड़ा निस्तारण का चार्ज वसूल करता है। यात्रियों से भी जो चार्ज लिया जाएगा वह नगर निगम द्वारा होटल धर्मशाला से वसूल किया जाएगा। जो यात्री होटल धर्मशाला में रुकेंगे वह रूम के चार्ज के साथ अलग से कूड़ा निस्तारण चार्ज भी होटल धर्मशाला वालों को ही देंगे। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। हरिद्वार नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह मरवाहा का कहना है कि, जिलाधिकारी द्वारा ली गई बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया। जिस तरह से उत्तराखंड के टूरिस्ट प्लेस में पर्यटकों से चार्ज लिया जाता है, उसी की तर्ज पर हरिद्वार आने वाले यात्रियों से भी चार्ज लिया जाए। हरिद्वार नगर निगम द्वारा स्थानीय निवासियों से कूड़ा निस्तारण का चार्ज लेते हैं, मगर हरिद्वार टूरिस्ट प्लेस है, प्रतिदिन यहां पर लाखों की संख्या में यात्री आते हैं। इस कारण यात्रियों से कूड़ा निस्तारण जार्ज लेने की तैयारी की जा रही है। जिसे नगर निगम में कूड़ा निस्तारण के लिए संसाधन की जो कमी है वह भी दूर होगी। इनका कहना है कि अभी इस कार्य को करने में थोड़ा समय लगेगा।

जिला प्रशासन द्वारा होटल धर्मशाला के माध्यम से यात्रियों से कूड़ा निस्तारण चार्ज वसूल करने को लेकर होटल धर्मशाला वाले इसका विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि, यात्रियों से चार्ज वसूल करना यह कार्य नगर निगम का है, हमारा नहीं है। पहले भी हरिद्वार में इस तरह की व्यवस्था थी, हरिद्वार ज्वालापुर के पास चेक पोस्ट पर यात्रियों से चार्ज वसूल किया जाता था। यह कार्य नगर निगम का है और यह वो करें हमारे से चार्ज ना वसूल किया जाए और इस कार्य को हमारे द्वारा नहीं किया जाएगा। इनका कहना है कि, कोरोना महामारी की वजह से हमारे पास कर्मचारियों की कमी है इस तरह से यात्रियों से चार्ज वसूल करने से हमारे और यात्रियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न होगी और नगर निगम द्वारा हमारे से चार्ज वसूला जाएगा। चाहे यात्री हमें दे या ना दे यह जिला प्रशासन का गलत निर्णय है। हम इस निर्णय का विरोध करते हैं और अगर चार्ज ही जिला प्रशासन को यात्रियों से लेना तो किसी भी माध्यम से ले सकते हैं। क्योंकि पहले ही सरकार हमारे से कई तरह के टैक्स वसूल कर रही है।

वही संत समाज द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से दान करने की अपील की जा रही है। जिससे उन पैसों से हरिद्वार का विकास हो सके। अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी का कहना है कि, लाखों यात्री हरिद्वार आते हैं और यात्रियों को दान करना चाहिए। क्योंकि हरिद्वार सप्त पूरियों में से एक पूरी है। इनका कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश विकास बोर्ड बनाया। इसी की तर्ज पर हरिद्वार विकास बोर्ड बनाना चाहिए और उसके चेयरमैन जिलाधिकारी बने या कोई बड़ा व्यक्ति हो जिससे हरिद्वार का विकास हो सके। इससे हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं में हरिद्वार का भाव बना रहे और इसके माध्यम से हरिद्वार के सौंदर्यीकरण में बहुत बड़ा योगदान रहेगा।