जिला पूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक रिश्वत लेते हुए कैमरे में हुए कैद। वीडियो वायरल
– जिलाधिकारी ने किया निलंबित, सभी विभाग के अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
– कोई भी करेगा भ्रष्टाचार तो उसके खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। जिला पूर्ति विभाग के बहादराबाद ब्लॉक स्थित कार्यालय में तैनात पूर्ति निरीक्षक मोहनलाल पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए और इनकी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वीडियो वायरल होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जिलाधिकारी द्वारा पूर्ति निरीक्षक के निलंबन की संस्तुति की गई। साथ ही जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर द्वारा सभी विभागों के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए कि, अगर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिला पूर्ति विभाग लगातार विवादों में रहा है और यहां के अधिकारी और कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के आरोप पहले भी लगते आए हैं। मगर हरिद्वार बहादराबाद ब्लॉक स्थित कार्यालय में तैनात पूर्ति निरीक्षक मोहनलाल पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए और इनकी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने तुरंत इस मामले में कार्रवाई करते हुए पूर्ति निरीक्षक को निलंबित कर मुख्यालय में अटैच कर दिया है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि, इस मामले में पूर्ति निरीक्षक को निलंबित कर मुख्यालय में अटैच करने की कार्रवाई की गई है। साथ ही वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इस मामले में हमारे द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो भी इस तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त है उनकी सूचना हमें इस तरह के सबूत के साथ शिकायत की जाएगी, तो हमारे द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाएगी। मेरे द्वारा निर्देशित किया गया है कि, किसी भी विभाग में इस तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी अधिकारी/कर्मचारी भ्रष्टाचार करेगा उसके खिलाफ हमारे द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला पूर्ति विभाग हरिद्वार हमेशा ही सवालों के घेरे में रहा है और यहां के अधिकारी/कर्मचारियों पर कई बार रिश्वत लेने के आरोप लगते आए हैं। इस बार बहादराबाद ब्लॉक में तैनात पूर्ति निरीक्षक मोहनलाल पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए कैमरे में भी कैद हो गए हैं। जिलाधिकारी ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पूर्ति निरीक्षक को निलंबित की कार्रवाई की है और तमाम विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को हिदायत दी है कि, अगर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उसके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब देखना होगा विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों पर इसका कितना असर होता है।