महापौर ने पति संग मिलकर उड़ाई जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां
– मुख्यमार्ग पर लगाया जाम, कोरोना को निमंत्रण
– अपनी राजनीति के लिए झंडाचौक पर लगवाया जाम, कोरोना संक्रमण को भी दिया न्यौता
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। प्रदेश सरकार द्वारा नगरवासियों के ऊपर नगर निगम थोपने, फिर जिला विकास प्राधिकरण लादने, और अब नगर निगम क्षेत्र में भवनों व भूखंडों पर टैक्स वसूली के फरमान लाने के विरोध में आज पूर्व केबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी व उनकी पत्नी महापौर हेमलता नेगी द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के साथ झंडाचौक पर निगम, प्राधिकरण व टैक्स का विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अत्यधिक भीड़ होने से काफी देर तक जाम लगा रहा, कार्यक्रम सड़क पर होने के कारण कोई भी उस कार्यक्रम में शामिल हो रहा था, जिनकी न तो थर्मल स्क्रीनिंग हुई और न ही कुछ लोगों ने मास्क लगाया।
ऐसे में जहां कार्यक्रम के आयोजन से जाम तो लगा ही, वही कोरोना संक्रमण का खतरा भी मंडराता रहा। ऐसा नही है कि, केवल एक राजनैतिक दल द्वारा ही झंडाचौक पर इस तरह के कार्यक्रम किये जा रहे हो, ये हाल कई राजनैतिक दलों का है। मेयर चाहती तो ये कार्यक्रम नगर निगम कार्यालय के बाहर या मालवीय उद्यान में भी हो सकता था, लेकिन ऐसा नही किया गया। ये सच है कि, वाकई में नगर निगम, जिला विकास प्राधिकरण व टैक्स से आम जनता को कई तरह की दिक्कतें हो रही है, ऐसे में जनप्रतिनिधियों से ही उम्मीद रहती है कि, वो जनता की आवाज बनें, जो कि आज पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी व मेयर हेमलता नेगी ने किया भी।
लेकिन अपने कार्यक्रम के लिए मुख्य मार्ग पर जाम लगवाना, कोरोना महामारी के दौर में भी भीड़ लगवाना, थर्मल स्क्रीनिंग न करना, बिना मास्क लगाये किसी का भी शामिल होना। ये आम जनता की सेहत से बहुत बड़ा खिलवाड़ है। आपको बता दें कि, बीते 3 फरवरी 2017 को जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा उपजिलाधिकारी कोटद्वार को ये लिखित आदेश दिए थे कि, झंडाचौक पर विभिन्न संगठनों/राजनैतिक दलों द्वारा कार्यक्रम करने से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है और यातायात बाधित होता है। इसलिए इस तरह के किसी भी कार्यक्रम की अनुमति झंडाचौक पर न दी जाए।
इस पत्र की प्रतिलिपि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल को सूचनार्थ व आवश्यक कार्रवाई के लिए भी भेजी गई। लेकिन झंडाचौक पर होने वाले इन कार्यक्रमों पर कितनी रोक लगी है ये आम जनता के सामने है।