श्रृंगार में अधिकार। संयुक्त मोर्चे की महिलाएं रखेंगी पुरानी पेंशन बहाली की मेहंदी लगाकर करवाचौथ व्रत

श्रृंगार में अधिकार। संयुक्त मोर्चे की महिलाएं रखेंगी पुरानी पेंशन बहाली की मेहंदी लगाकर करवाचौथ व्रत

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। पुरानी पेंशन बहाली की बात भविष्य के लिए चिन्तित नई पेंशन विहीन कर्मचारियों ने हर तरीके से पुरानी पेंशन की आवाज़ को लगातार बरकरार रखने का मन बना लिया है। मंगलवार को आयोजित प्रदेश स्तरीय गूगल मीट बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे की प्रान्तीय महिला उपाध्यक्ष योगिता तिवारी ने बताया कि, नई पेंशन आच्छादित महिला कर्मचारियों द्वारा करवाचौथ पर मेहंदी से लिखी जाएगी पुरानी पेंशन की मांग। उन्होंने बताया कि, पेंशन आधी आबादी के भी हक़ की बात है। जिसमें महिलाओं की भूमिका निर्णायक होगी। आज उत्तराखंड और देश मे पुरानी पेंशन बहाली की एकल मांग को संयुक्त मोर्चे के द्वारा लगातार नई दिशा दी जा रही है और यह गर्व की बात है कि, संगठन के बड़े निर्णयों में महिला शक्ति निर्णायक भूमिका अदा करती आ रही हैं।

पुरानी पेंशन भविष्य की मांग है, जिसे सरकार को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अवंतिका और एकता कुकरेती ने बताया कि, उत्तराखंड में महिलाओं की आंदोलनों में मुख्य भूमिका रही है चाहे वह आज़ादी का आंदोलन हो, चाहे पर्यावरण या राज्य स्थापना का आंदोलन सभी आंदोलनों में महिलाओं ने मुख्य भूमिका निभाई है। आने वाले समय मे पुनः इतिहास को दोहराया जाएगा। हर सम्भव तरीके से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को बल दिया जाता है।

मोर्चे की कुमाउं विश्वविद्यालय संयोजक डॉ सुमन पांडे ने बताया कि, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ लगातार देश में मातृ शक्ति को बल दिया जा रहा है। परंतु महिला शिक्षा का सरंक्षण देने वाले लोग ही यदि आर्थिक रूप से असुरक्षित रहेंगे तो किस प्रकार से देश मे स्त्रियों की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।

मण्डलीय उपाध्यक्ष रेनु डांगला ने कहा कि, कर्मचारियों की वाजिब माँगो पर हड़ताल करने पर NO WORK-NO PAY के आदेश लागू हो जाते हैं। अब कर्मचारियों द्वारा परिवार सहित NO OPS – NO VOTE का अभियान शीघ्र चलाया जाएगा। पुरानी पेंशन को हटाने का निर्णय जिस से कर्मचारियों पर सीधा प्रभाव पड़ता था, उसे हटाते समय कर्मचारियों की सहमति नहीं ली गई, इसलिए इस पूरी योजना को घोटाला करार दिया जाना ही उचित होगा।ऑनलाइन बैठक के समापन पर समस्त पदाधिकारियों ने प्रदेश की समस्त महिलाओं से पुरानी के लिए मेहंदी द्वारा मांग रखने के लिए मेहंदी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभाग करने का आह्वाहन किया।

बैठक में ज्योति पालनी, ममता पांडे, उषा धपोला, जया, शोभा सती, प्रियंका वर्मा, पूनम खाती, दिव्या रौतेला, नीलम बिष्ट, लक्ष्मी नेगी, अरुणा,लक्ष्मी रावत, शशि चौधरी, अनुराधा, अर्चना,अमृता नौटियाल, हेमलता डंगवाल, कल्पना गुसांई, नौटियाल, अरुणा राणा, पियका भट्ट, प्रीति डोभाल, प्रभावती नेगी, लता मलासी, संगीता राणा, आशा राणा, वंदना, सोनम, नेहा बिष्ट, सुमन डिमरी, सुमन कठैत, आदि शामिल रही। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सँयुक्त मोर्चे की बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी एवं संचालन प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल एवं मिलेंद्र बिष्ट द्वारा सँयुक्त रूप से की गई।