गज़ब: श्रम विभाग ने बांटा राशन। लाभार्थियों और कार्यकर्ताओं में झड़प

श्रम विभाग ने बांटा राशन। लाभार्थियों और कार्यकर्ताओं में झड़प

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। कुंभी चौड वार्ड नंबर 2 में श्रम विभाग द्वारा बांटे जा रहे राशन को लेकर कार्यकर्ताओं और राशन लाभार्थियों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। यह तू-तू मैं-मै का कारण मुख्य रूप से वह कार्यदाई संस्था है। जो राशन वितरण का काम लेकर चुपचाप एक किनारे बैठ गई है। वहीं इसकी जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन और श्रम विभाग की टीम की भी है। जिसके द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं और अपने चहेतों के माध्यम से राशन वितरण का काम किया जा रहा हौ।

गौरतलब है कि, राशन वितरण का काम श्रम विभाग द्वारा एक नोडल एजेंसी को दिया गया है, जिसका काम श्रम कार्ड धारक को घर घर जाकर राशन वितरण करना था लेकिन यह काम कोटद्वार में भाजपा के कार्यकर्ताओं और श्रम विभाग के मंत्रीके दरबारमें जबरन सिपहसालार बने चापलूस और मंत्री केउन कार्यकर्ताओं की वजह से जो अपनेको तुर्रमखां समझतेहैं के द्वारा राशन वितरण में भ्रम की स्थिति बन गई है। हालात यह हो गए हैं कि, कोई कार्यकर्ता श्रम कार्ड जमा करवा रहा है। कोई वापस करवा रहा है कोई कार्यकर्ता श्रम कार्ड धारकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने को कह रहा है।

जबकि पूर्व में उसे साइकिल मिल गई मशीन लालटेन मिल गई व अन्य सामान मिल गया लेकिन राशन नहीं मिल पा रहा। यह कैसे संभव होगा यह तो श्रर्म विभाग बताएगा, नोडल एजेंसी बताएगी या वह कार्यकर्ता जो राशन वितरण के लिए नियुक्त है, लेकिन जो नोडल एजेंसी घर-घर राशन वितरण का काम करने वाली है वह कहां गायब हो गई? इसके बारे में कौन बताएगा? और वार्ड में हो रहे विवाद को कैसे थामा जाएगा? पूरे राज्य में श्रम विभाग द्वारा श्रम कार्ड धारक मजदूरों को राशन मिलना है।

लेकिन इस रासन को तो काफी समय से वे लोग लेते भी दिखाई दे रहे हैं, जो काफी सम्पन्न हैं। इनमें वह पूर्व सैनिक भी हैं जो अच्छे पदों से रिटायर हुए हैं। वहीं कुछ ऐसे परिवार भी हैं जिनके घर में दो-दो सरकारी कर्मचारी सर्विस कर रहे हैं। इनके कार्ड कैसे बने विभाग ही बता पाएगा।