Unlock- 1: धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही श्रमिकों की जिंदगी

प्रदेश के गरीब श्रमिकों को लूटने का काम कर रहा श्रम विभाग

धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही श्रमिकों की जिंदगी

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन के बाद ध्याड़ी मजदूरी करने वाले श्रमिकों की जिंदगी अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटना शुरू हो गई है। कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में व्यापार व भवन निर्माण कार्य शुरू होने से श्रमिकों को काम मिलने लगा है। अनलॉक प्रथम में मिली रियायतों के बाद क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। जिससे मेहनत मजदूरी करने वालों को रोजगार मिल रहा है। लॉकडाउन के दौरान लोग अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर थे लेकिन अब प्रतिबंध हटाए जाने के बाद दोबारा चीजें पटरी पर आ रहीं हैं।

क्षेत्र में निर्माण कार्य गति पकड़ने लगे हैं। कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से बड़ी संख्या में श्रमिक काम की तलाश में पहुंच रहे हैं। लॉकडाउन में आर्थिक परेशानी से जूझ रहे इन श्रमिकों के हाथों को दोबारा काम मिलना शुरू हो गया है। हर रोज श्रमिकों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। स्थानीय श्रमिक जगदीश दिलशाद, शोएब, मोहन आदि का कहना है कि, उन्हें उम्मीद है कि, अनलॉक होने से उनके हालात सुधरेंगे।