कोरोना काल में आढ़तियों एवं किसानों का उत्पीड़न नहीं होगा बर्दाश्त
देहरादून। कोरोना वायरस के चलते बहुत से ऐसे नियम कानून निकाले जा रहे हैं। जिसके चलते किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उनके दुख-दर्द को समझते हुए पूर्व मंडी अध्यक्ष रविन्द्र आनंद ने आज उनसे मुलाकात कर उनका हाल जाना। इस दौरान मंडी समिति ने रविन्द्र को बताया कि, वह कल से मंडी समिति को पूरी तरह से लॉक किए जाने का फरमान समिति द्वारा जारी करेंगे।जिसके चलते किसानों के उत्पाद जो कि दूरदराज क्षेत्रों से मंडी समिति आते है, या तो रास्ते में ही खराब हो जाऐंगे या फिर खेत में पड़े-पड़े सड़ जाऐंगे। इस प्रकार किसानों के नुकसान की भरपाई आखिर कौन करेगा?
वहीं दूसरी ओर आम जनता को फल सब्जी ना मिलने के कारण दुगनी-चोगुनी कीमत पर फल सब्जी खरीदने को मजबूर होना होगा। आढ़तियों के पास पड़े स्टॉक का क्या होगा इससे उन्हें भारी आर्थिक हानि होगी। साथ ही आढ़तियों पर यह दबाव भी बनाया जा रहा है कि, वे अपने खर्चे पर अपना टेस्ट करवाएं जबकि आढ़तियों और उनके स्टाफ का खर्चा एक करोड रुपए से अधिक है। इस मोटी रकम को कैसे वहन किया जाएगा। साथ ही समय-समय पर मंडी समिति द्वारा किसानों एवं आढ़तियां का उत्पीड़न किया जा रहा है। पिछले दिनों आकारण लाठीचार्ज कराया गया। जोकि अत्यंत निंदनीय है।इस पर मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र आनंद भड़क उठे और उन्होंने किसानों एवं आढ़तियों को हर प्रकार से मदद करने और उनके साथ खड़े होने की बात कही। उन्होंने कहा कि, वह मंडी समिति सचिव एवं जिलाधिकारी महोदय से वार्ता करेंगे। यदि फिर भी समिति द्वारा उत्पीड़न जारी रहा तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने यहां पर मंडी समिति की एक और मनमानी पर भी चर्चा करते हुए कहा कि, हाल ही मेें मंडी समिति ने अतिक्रमण की आड़ में किसानों के खड़े ट्रकों पर आढ़तियों को 25 हजार के चालान का नोटिस भी भेजा है। जो इस समय में अढतियों की कमर तोड़ने वाला नोटिस है। इसकी भी पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष घोर निंदा करते है। इस मौके पर किसान महादेव सिमयारी गांव, गोकुल भवान, गंभीर सिंह क्यारा, वीर सिंह, लामकंदे आड़ती, गगन सेठी, जगदीश माकन, आदेश चौहान, जितेंद्र विजन, जगमोहन आनंद आदि मौजूद थे।