अर्थव्यवस्था में सहयोग करने वाले से शराब व्यापारी कर रहे लूट, खुलेआम ओवररेटिंग। बिल मांगने पर धमकाया
देहरादून। शहर मे शराब की ओवररेटिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। शराब के दाम बढ़ने के बावजूद शराब ठेकेदार उस पर से और भी अधिक दाम वसूल कर रहे हैं। देहरादून के आराघर स्थित शराब के ठेके पर धड़ल्ले से ओवररेटिंग की जा रही है। विरोध करने पर कर्मचारी शराब देने से मना कर देते हैं और वहां से भगा देते हैं। ऐसे में काफी देर तक लाइन में लगने के बाद लोगों को मजबूरन ज्यादा दाम देने पड़ रहे हैं। साथ ही यहां इसका बिल मांगने पर भी मना कर दिया जाता है। कहा जाता है “लेनी हो तो लो वरना निकलो” शराब व्यापारियों द्वारा खुलेआम की जा रही लूट पर आबकारी विभाग अंकुश लगाने में असमर्थ है। आज यदि देखा जाए तो ओवररेटिंग की कई शिकायतें लोगो द्वारा की जाती है जिसपर शायद ही कभी कोई संज्ञान लेगा।
बताते चलें कि, लॉकडाउन के 40 दिन बाद शराब के ठेके खुलते ही खुलेआम शराब की ओवररेटिंग शुरू हो गई थी। शिकायत पर कुछ दुकानों का चालान कर नोटिस भी जारी किया गया। बावजूद इसके शराब व्यापारियों पर आबकारी विभाग का कोई असर नहीं दिख रहा है। वहीं लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के कई शराब के बंद ठेकों में बड़े पैमाने पर गोलमाल हुआ, इसका खुलासा आबकारी विभाग के सत्यापन में खुलकर सामने आया। कई दुकानों का स्टॉक तो शून्य पाया गया। इससे यह भी साफ हुआ कि, लॉकडाउन के दौरान शराब की कालाबाजारी जमकर हुई। ठेकेदारों व धंधेबाजों ने मिलकर अवैध रूप से खूब मुनाफा कमाया।