बेस अस्पताल के 100 बेड कोरोना के लिये रिजर्व, ओपीडी ट्रामा सेंटर में शिफ्ट
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी से निपटने के लिए तैयार है। वर्तमान में देश के कई शहरों से प्रवासी अपने घर को लौट रहे है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रवासियों को जांच के उपरान्त ही घर भेजा रहा है। कोरोना महाहारी भारी आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार 300 बेड़ में से 100 बेड कोविड-19 के लिये रिजर्व कर सील कर कर दिये है। बेस अस्पताल की आधी से अधिक ओपीडी को ट्रामा सेंटर की बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि आगामी 17 मई तक ओपीडी को ट्रामा सेंटर में पूरी तरह से शिफ्ट कर दिया जायेगा।
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार के प्रमुख अधीक्षक डॉ वीसी काला ने बताया कि, शासन के निर्देशानुसार अस्पताल में 300 बेड़ में से 100 बेड कोविड-19 के लिये रिजर्व कर दिये गया है। जबकि 200 बेड़ सामान्य मरीजों के लिये उपलब्ध रहेंगे। ओपीडी को ट्रामा सेंटर बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है। अभी ट्रामा सेंटर बिल्डिंग में आई, इएनटी, बाल रोग, जनरल, डेंटल, होमोपैथिक ओपीडी शिफ्ट कर दी गई है। 17 मई तक ट्रामा सेंटर बिल्डिंग में ओपीडी शिफ्ट कर दी जायेगी। गायनी वार्ड को पूर्व की भांति ही यथावत रखा जायेगा। गायनी वार्ड में आवाजाही के लिए रास्ता अलग से बना दिया गया है।
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में उपचार कराने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आते है। अस्पताल में कोटद्वार भाबर, दुगड्डा, जयरीखाल, द्वारीखाल, रिखणीखाल, एकेश्वर के अलावा जनपद बिजनौर के दर्जनों गांवों के लोग उपचार कराने आते है, लेकिन देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन से अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या में काफी कमी आई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी सामान्य मरीजों से अस्पताल न आने की अपील की थी।
अपील का ही असर है कि, लोग गंभीर बीमारी में ही अस्पताल आ रहे है, जबकि सामान्य बीमारी वाले बहुत कम संख्या में अस्पताल पहुंच रहे है। अभी तक राजकीय बेस अस्पताल की ओपीडी पूर्व की भांति ही संचालित हो रही थी और कोटद्वार में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कलालघाटी को कोविड अस्पताल बनाया गया था। अभी तक कोटद्वार में एक युवक में कोरोना संक्रमण पाया गया था। जो स्पेन से दुगड्डा अपने घर वापस लौटा था। उक्त युवक अब स्वस्थ होकर घर जा चुका है। विभिन्न शहरों से प्रवासी अब पौड़ी जनपद लौट रहे है।