श्रम मंत्री के विभाग में बड़ा घोटाला, बड़े पैमाने पर हुई धांधली
श्रम विभाग द्वारा खरीदे गए करोड़ों रुपए के सामान की राजभवन कराए सीबीआई जांच। 11 करोड़ की घटिया साइकिल खरीद का है मामला। 30 करोड़ की सिलाई मशीन खरीद का है मामला। 24 करोड़ की टूल-किट खरीद का है मामला। 5 करोड़ की इलेक्ट्रिशियन टूल-किट खरीद का है मामला। विभागीय मंत्री द्वारा बोर्ड में सचिव पद पर तैनात किया गया है अपनी खास/विश्वस्त को। बांटे जा रहे सामान की बाजारू कीमत आधी भी नहीं। श्रमिक बेच रहे उक्त घटिया सामान को औने-पौने दामों में। मोर्चा शीघ्र राजभवन में देगा दस्तक।
देहरादून। श्रम विभाग के भवन निर्माण एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, उत्तराखंड द्वारा प्रदेश के गरीब मजदूरों को लूटने का काम किया जा रहा है। उक्त विभाग द्वारा गरीबों को घटिया किस्म की साइकिले, सिलाई मशीन, मिस्त्री/मजदूर टूल-किट, पलंबर टूल-किट, इलेक्ट्रिशियन टूल-किट, कारपेंटर टूल-किट इत्यादि सामान बांटे जा रहे हैं, तथा विक्रेता कंपनियों से मोटी कमीशन बटोर कर इन गरीबों से मजाक किया जा रहा है। उक्त घोटाले को अंजाम देने के लिए विभागीय मंत्री द्वारा अपनी विश्वस्त/खास को सचिव पद पर प्रतिनियुक्ति के द्वारा तैनात किया गया है, तथा खरीद एवं वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है।
बताना जरूरी होगा कि, वर्ष 2015-16 से आज तक विभाग द्वारा 23.60 करोड़ की मिस्त्री/मजदूर टूल-किट, 10.96 करोड़ की साइकिलें, 30.07 करोड़ की सिलाई मशीन, 4.86 करोड़ की इलेक्ट्रिशियन टूल-किट, 1.40 करोड़ की कारपेंटर टूल-किट, 88. 60 लाख की प्लंबर टूल-किट एवं करोड़ों रुपए का अन्य घटिया सामान खरीदा गया है। सामान की गुणवत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, श्रमिक उक्त सामान को कौड़ियों के भाव नीलाम कर रहे हैं।विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष कई करोड रुपए का सामान खरीदा जाता है। जिसमें लगभग 20 से 40 फ़ीसदी कमीशन लेकर विभाग मौज कर रहा है।
जानकारी देते हुए आज विकास नगर स्तिथ जनसंघर्ष मोर्चा के कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं रघुनाथ सिंह नेगी ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि, मोर्चा उक्त घोटाले की सीबीआई जांच को लेकर राजभवन में दस्तक देगा। जहां पत्रकार वार्ता में मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी संग मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, सुशील भारद्वाज आदि मुख्यरूप से उपस्थित थे।