विधानसभा सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने जमकर काटा बवाल

विधानसभा सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने जमकर काटा बवाल

 

– गैरसेंण सत्र में कर्मचारियों संग उक्रांद का गदर

देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र आज से भराड़ीसैंण विधानसभा में शुरू हो गया। विधानसभा सत्र के पहले दिन की शुरूआत ही हंगामे के साथ शुरू हुई। सदन के अंदर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन जताया तो वहीं बाहर जनरल OBC कर्मचारियों ने जोरदार आंदोलन किया। बजट सत्र के दौरान जनरल ओबीसी कर्मचारी धरने पर बैठ गए। जहाँ उनकी पुलिस से भी तीखी नोक झोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने कर्मचारियों सहित उत्तराखंड क्रांति दल के लोगो को गिरप्तार कर लिया।

गैरसेंण में बजट सत्र के पहला ही दिन हंगामेदार रहा जहाँ विपक्ष ने बजट सत्र की अवधि कम रखने पर सदन के अंदर सरकार को घेरा तो विधानसभा के बाहर पद्दोन्ति में आरक्षण को समाप्त करने को लेकर सैकड़ो जनरल ओबीसी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विधानसभा घेराव किया। जहां पुलिस द्वारा उनको रास्ते में रोके जाने पर पुलिस से उनकी तीखी नोक-झोंक हुई। इस दौरान कर्मचारी जनरल ओबीसी कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि, पूरे देश और तमाम राज्यों में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन हो रहे हैं।

सरकार ने अगर इस वर्ग के लोगों को प्रताड़ित करने की कोशिश की तो यूपी के 16 लाख कर्मचारी और तमात राज्य के कर्मचारी बिना किसी सूचना के हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी जिम्मेदार उत्तराखंड और केंद्र सरकार रहेगी। दीपक जोशी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के वाहन के सामने भी हंगामा किया। जिसके बाद जनरल ओबीसी कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विधायकों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा के जनरल ओबीसी कार्यकर्ता गैरसैंण (भराड़ीसैंण) पहुंचे हैं।

वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने भी विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन दर्ज किया। केन्द्रीय मुख्य प्रवक्ता सतीश सेमवाल ने कहा कि, भाजपा कांग्रेस को राज्य की कोई चिंता नही है। बल्कि उन्हें उत्तर प्रदेश की ज्यादा चिन्ता है l सेमवाल ने कहा कि, राज्य का निर्माण कडे संघर्ष और बलिदानों से बना है। कल्पना पर्वतीय जनपदों को लेकर पृथक राज्य की थी, लेकिन अब भाजपा कांग्रेस अपने वोट बैंक के लिए उत्तर प्रदेश के हिस्सो को यहाँ मिलाना चाहती है। जिसका उक्रांद पुरजोर विरोध करता है।

सत्र के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि, हमने कर्मचारियों से कहा था कि, आप हड़ताल न करें। किसी भी समस्या का सामाधान वार्ता से होता है, और अभी भी समाधान बातचीत से ही होगा, हड़ताल करना किसी भी समस्या का सामाधान नही है। हम अब भी कर्मचारियों से आग्रह कर रहे हैं कि, ये महत्वपूर्ण सत्र है। पूरे प्रदेश की निगाहें इस बजट पर टिकी हुई है। ऐसे में चाहे सरकार हो या कर्मचारी सबको प्रदेश की जनता के प्रति जिम्मेदारी को निभाना चाहिए।