फारेस्ट भर्ती के पेपर लीक मामले में कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना
देहरादून। उत्तराखंड में 1200 से ज्यादा पदों के लिए वन विभाग के फारेस्ट गार्ड की परीक्षा हुई, जिसके प्रश्न पत्र की आन्सर शीट के लीक होने से उत्तराखंड में तहलका मचा गया। पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज किया। बताते चलें कि, सोमवार को वन विभाग में आरक्षी के पद की भर्ती परीक्षा हुई थी।
अब तक हुई कार्यवाही
पुलिस जांच में प्रश्न पत्र आउट कर अभियर्थियों को लाखों रुपये में उपलब्ध कराए गए थे। इसमे केरल कोचिंग सेंटर, गुरुकुल नारसन के संचालक मुकेश सैनी द्वारा प्रश्नपत्र को आउट (लीक) करने का आरोप हैै। जिसके बाद मुकेश सैनी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी हुई है।
अब तक फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाले में 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जहां मंगलौर में आठ, पौड़ी में तीन लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की जानकारी के मुताबिक 5-5 लाख में भर्ती परीक्षा पास कराने का सौदा हुआ था। साथ ही अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने का झांसा दिया गया था। बीती 16 फरवरी को राज्यभर में फॉरेस्ट गार्ड की लिखित परीक्षा हुई थी।
मुख्यमंत्री ने परीक्षा रद्द करने से किया इनकार, कहा ये नही है समाधान
इसी बीच मुख्यमंत्री का बयान सामने आया है। जिसमे उन्होंने पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द न करने की बात कही है।फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले में सीएम त्रिवेन्द्र सिह रावत ने कहा कि, ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नही जाएगा। उत्तराखंड पुलिस इस मामले में सराहनीय कार्य कर रही है। अभी इस मामले की जांच चल रही है। इस संबंध में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी व भर्ती रदद् करना इसका समाधान नही है। जरूरी है तो दोषियों पर कार्यवाही करना।
विपक्ष कर रहा सरकार की घेराबंदी
भर्ती मामले में विपक्ष को भी सरकार को घेरने का अच्छा मौका मिल गया है। आज इस पूरे मामले में कांग्रेस ने राज्यपाल से मिलकर निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की है।काफी लम्बे इन्तजार के बाद प्रदेश में 16 फरवरी को सम्पन्न हुई फॉरेस्ट गार्ड की लिखित परीक्षा में सामने आई धांधली के बाद बैठे-बिठाए सरकार की घेराबन्दी करने का विपक्ष को मौका मिल गया है। जिसको लेकर आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रीतम सिंह ने त्रिवेन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, 3 साल में पहली बार हुई भर्ती प्रक्रिया में जिस तरह से धांधली सामने आई है। उससे सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते है। विपक्ष चुप नही बैठने वाला है। आज राज्य पाल से मुलाकात की है। जरूरत पड़ी तो विपक्ष सड़को पर उतर कर आंदोलन करेगा और सदन में भी सरकार की घेराबंदी करेगा।