नेशनल हैंडलूम एक्सपो में दून वासियों के मन को भाये लद्दाख़ के उत्पाद
देहरादून। परेड ग्राउंड में आयोजित नेशनल हैंडलूम एक्सपो में दून वासियों को लद्दाख के उत्पाद बहुत पसंद आ रहे है। एक्सपो के पांचवे दिन सुबह से लद्दाख के स्टाल में खरीददारों की भारी भीड़ लगी रही, हाल ही में बने नए राज्य लद्दाख से शिरिंग छोटन जो 38 वर्ष की महिला व कारगिल जिले की निवासी है। उन्होंने वार्ता के दौरान बताया कि, उनका अपना कारखाना है। जिसमें वह 200 महिलाओं के साथ लकड़ी के लूम पर हैंडलूम तैयार करती है। उन्होंने पिछले बार की तरह इस बार भी अपना वूलन हैंडलूम का स्टाल लगाया है।इस स्टॉल में प्रसिद्ध शॉल उपलब्ध है, जो अनेक प्रकार के वूल से बने हुए है।
बताते चलें कि, बहुत ही खूबसूरती के साथ इस शॉल को सजाया गया है। जो एक ही नजर में खरीदारों को आकर्षित कर रही है। शॉल 1250 की कीमत पर उपलब्ध है। यह याक के बालों से बनाया गया है, और उनके बाल साल में एक बार कंघी द्वारा निकाले जाते हैं। जिससे यह शॉल बनाये जाते है। इसके अलावा शीप वूल यानिकि भेड़ के बालों से बने हुए शॉल भी यहाँ उपलब्ध है। जिसकी कीमत 1850 है। सबसे कीमती शॉल्स पश्मीना है, जो बकरी के बालों से बनाया जाता है। यह बकरियाँ जिससे यह पश्मीना शॉल्स बनाया गया है, वह बस लद्दाख में ही पाए जाते है। इस पश्मीना शॉल्स की कीमत 7,500 से लेकर 25,000 तक कि है।
नेशनल हैंडलूम एक्सपो में विभिन्न प्रकार के पश्मीना मफलर, स्टॉल, पोंचू भी मिल रहे है। इस स्टाइल में रिंग ने बताया कि, उनका लघु उद्योग उनके साथ ही क्षेत्र की 200 महिलाओं को रोजगार से जोड़े हुए है। वह देश भर में लगने वाले मेले और एक्सपो में अपने उत्पादों का स्टाल लगाती हैं। आज कालाढुंगी विधायक बंशीधर भगत और लेंसडाउन विधायक दिलीप सिंह ने भी एक्सपो में शिरकत की और सभी स्टालों का भर्मण कर लोगो की बनायी चीजों की खूब सराहना की।
उक्त मेले में दिनांक- 30/12/19 से रोज शाम 5 बजे संस्कृति विभाग द्वारा उत्तराखंड सांस्कृतिक से जुड़े लोग अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मेला अधिकारी केसी चमोली ने जानकारी देते हुए कहा कि, आज हैंडलूम पंडाल में सुबह एक घंटे तक बुनकरों की एक वर्कशाप आयोजित की गयी। जिसमें एक राज्य एक प्रोडेक्ट संस्था केसी शुक्ला एवं सागर द्वारा बुनकरों को मार्केटिंग के गुर सिखाये गए। जिसमें उप निरीक्षक शैली डबराल, अश्वनी शर्मा, संजय सिंह अदि मौजूद रहे।