भारी वाहनों से हेड रेगुलेटर पुल पर आई दरार

भारी वाहनों से हेड रेगुलेटर पुल पर आई दरार

 

– दिन-रात पुल पर दौड़ रहे भारी वाहन
– पुल कर चुका आधी सदी की आयु पूरी

देहरादून। भारी वाहनों की आवाजाही से यमुना वैली स्थित डाकपत्थर बैराज के हेड रेगुलेटर (एचआर) पुल पर दरारें आ गई हैं। दरारें लगातार बढ़ रही हैं। जिससे पुल को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना बनी हुई। लेकिन इस ओर शासन-प्रशासन लापरवाह बना हुआ है। करीब 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके इस पुल की देख-रेख की जिम्मेदारी उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की है। पुल से भारी वाहनों की आवाजाही ना हो इसके लिए निगम ने सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की हुई है। लेकिन दिन-रात पुल से भारी वाहनों के गुजरने का सिलसिला जारी है।

बताते चलें कि, एचआर पुल से ही शक्ति कैनाल को निर्बाध पानी की सप्लाई की जाती है। जिस पर तीन जल विद्युत परियोजनाएं कुल्हाल, ढालीपुर और ढकरानी स्थित हैं। इनका राज्य के विद्युत उत्पादन में अहम रोल है। जनसंघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी का इस प्रकरण में कहना है कि, परियोजना क्षेत्र प्रतिबंधित है। ऐसे में यहां से किसी भी सूरत में भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होनी चाहिए। क्योंकि भारी वाहनों से एचआर पुल को भारी नुकसान पहुंच रहा है। इस क्रम में निगम के प्रबंध निदेशक एसएन वर्मा का कहना है कि, इस संबंध में गवर्नमेंट को इन्फॉर्म कर दिया गया है।

 

आसन बैराज पुल में प्रतिबंधित तो यहां क्यों नहीं

जहां डाकपत्थर स्थित हेड रेगुलेटर पुल से भारी वाहनों की आवाजाही लगातार हो रही है, वहीं दूसरी ओर निगम ने आसन बैराज पुल पर बैरियर लगाकर भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण रोक लगाई हुई है, ऐसे में सवाल उठता है कि, डाकपत्थर मेें यह व्यवस्था आखिर क्यों लागू नहीं हो रही है।