योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं: डीएम

योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं

 

– आरईएस के अधिशाषी अभिंयता एवं जल निगम के अधिशासी अभियंता को शोकाज नोटिस

कौशाम्बी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट स्थित सम्राट उदयन सभागार में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने आरईएस के अधिशासी अभियंता के अनुपस्थित रहने एवं अफजलपुरवारी की पानी टंकी से पानी की आपूर्ति ठीक ढंग से न हो पाने तथा इसमें लापरवाही एवं उदाशीनता बरतने पर अधिशासी अभियंता जल निगम सहित दोनों अधिकारियों के विरूद्ध शोकाज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।

 

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि, योजनाओं के क्रियान्वयन एंव निर्माण कार्यो में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता किसी भी दशा में क्षम्य नही होगी। विद्युत विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया है कि, जले हुए ट्रान्सफार्मरों को अनिवार्य रूप से निर्धारित समय सीमा में अवश्य बदल दिये जायें तथा उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि, उपभोक्ताओं के द्वारा बिल के संशोधन के संबंध में की गयी शिकायतों का वरीयता पर निस्तारण करते हुए उपभोक्ताओं को निस्तारण की कार्रवाई से संतुष्ट करें।

 

बता दें कि, जिलाधिकारी ने गोवंशसंरक्षण केन्द्रों की समीक्षा करते हुए सभी नामित नोडल अधिकारियों को अनिवार्य रूप से गोवंश संरक्षण केन्द्रों का भ्रमण करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होनें पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वह जिलापूर्ति अधिकारी से संपर्क कर तथा समन्वय स्थापित करते हुए जो भी खराब बोरे हों उनको गोसंरक्षण केन्द्रों पर परदे के रूप में उपयोग में लाते हुए पशुओं को ठंडक से बचाने हेतु सभी प्रकार की आवश्यक कार्रवाइयां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देशित करते हुए कहा है कि, पशु संरक्षण केन्द्रां पर पशुओं को ठंडक से बचाने चारा पानी एवं उनके स्वास्थ्य के परीक्षण की नियमित रूप से व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। पशु संरक्षण केन्द्रों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की शिकायत नहीं होनी चाहिए।

 

कृषि विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ तथा उप निदेशक कृषि को निर्देशित करते हुए कहा है कि, किसानों को खाद बीज की कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। खाद एवं बीज के संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि, जब भी अधिकारियों के द्वारा गांव में किसी योजना के क्रियान्वयन एवं निरीक्षण के संबंध में भ्रमण करें तो वहां पर साफ-सफाई के बारे में लोगों को अवश्य जागरूक करें।

 

जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिशासी अभियंता नलकूप को अधिशासी अभियंता विद्युत से समन्वय स्थापित करते हुए नलकूपों के खराब विद्युत ट्रान्सफार्मर को तत्काल बदलवाये जाने का निर्देश दिया है। जिससे कि रबी की फसल हेतु सिंचाई की परेशानी किसानों को न हो। साथ ही साथ अधिशासी अभियंता नहर को नहरों की शिल्ट सफाई का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कराने एवं रोस्टर के अनुसार 15 दिसम्बर से नहरों के संचालन का कार्य प्रारम्भ किये जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन बस डिपो के निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कराये जाने का निर्देश संबंधित कार्यदायी संस्था को दिया है।

 

बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी खण्ड शिक्षाधिकारियें एवं प्रधानाध्यापकों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि, स्कूलों में प्रत्येक बच्चे अनिवार्य रूप से जूता-मोजा ड्रेस एवं स्वेटर पहनकर विद्यालय में आयें। उनके भ्रमण एवं निरीक्षण में किसी भी स्कूल में कोई भी बच्चा बिना स्वेटर जूता-मोजा एंव ड्रेस के पाया गया तो संबंधित प्रधानाध्यापक एवं संबंधित खण्ड शिक्षाधिकारी के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

 

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को आईजाआरएस से संबंधित शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करें। गुणवत्ता विहीन एवं डिफाल्टर की श्रेणी में पाये जाने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने मनरेगा योजना के तहत कराये गये कार्यो की जांच कराये जाने का निर्देश परियोजना निदेशक को दिया है। जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन सभी वेलनेस सेन्टर को 10 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कराये जाने का निर्देश कार्यदायी संस्था आरईएस को दिया है।

 

जिलाधिकारी ने धान खरीद की समीक्षा करते हुए डिप्टी आरएमओ तथा सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि, धान बेचने में किसानें को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाये। उन्होने धान क्रय केन्द्रों का नियमित रूप से भ्रमण करने एवं आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया है। निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में कार्यो को पूर्ण किये जाने का निर्देश दिया है। साथ ही साथ यह भी हिदायत दी है कि, जांच या निरीक्षण में किसी भी निर्माण कार्य की गुणवत्ता मानक के अनुरूप न पाये जाने पर संबंधित कार्यदायी संस्था के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

 

जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंताओं को मुख्य सड़क मार्गो के किनारे प्लास्टिक कचरा एवं उगी हुई झाडियों को साफ कराये जाने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी इन्द्रसेन सिंह मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पीएन चतुर्वेदी, जिला विकास अधिकारी विजय कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी श्रवण कुमार सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी गोपाल ओझा, सहित सम्बन्धित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।