कांग्रेस विधायक पर जानलेवा हमला, जानसे मारने की साजिश
– राजनैतिक संरक्षण प्राप्त शराब माफियाओं पर लगाये आरोप….
रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद….
रुद्रप्रयाग। आज दिनांक- 08/11/19 दिन शुक्रवार को केदारनाथ विघायक मनोज रावत पर जानलेवा हमला किया गया है। हालांकि विघायक मनोज रावत बिलकुल सुरक्षित हैं।लेकिन पूरी घटना से जिले में हड़कम्प मच गया है। विघायक मनोज रावत राइका बाडव में एक कार्यक्रम में शिरकत करने गये थे, वापस लौटते समय उन पर ये जानलेवा हमला किया गया। विधायक के गनर ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है।
बताते चलें कि, विघायक मनोज रावत ने पूरे मामले में कहा है कि, राजनैतिक संरक्षण प्राप्त अवैध शराब माफिया की साजिश हो सकती है, घटना आज दोपहर की बताई जा रही है। वहीं विधायक मनोज रावत ने बताया कि, कल से वो बाडव गांव के भम्रण पर थे, जहां विघायक के मित्र एक भेड़ पालक है। विघायक उन्हीं के घर में रूके थे, कल से कुछ शरारती किस्म के लोग शराब पीकर उनसे उलझने की कोशिश कर रहे थे, और लगातार बबाल कर रहे थे। लेकिन विघायक ने उनसे दूरी ही बनाई रखी। सुबह विघायक जब गांव के प्राथमिक स्कूल के निरीक्षण पर गये वहां भी उन लोगों ने शराब के नशे में बबाल करने की कोशिश की।
जिसके बाद विघायक गांव के इण्टर काॅलेज में गये तो वहां भी एक शराबी द्वारा प्रिंसिपल आफिस में उपद्रव मचाने की कोशिश की गई। जिसके बाद विघायक वहां से निकलने लगे। विधायक मनोज रावत ने यह भी बताया कि, जब हम वहां से निकलने लगे तो शरारती तत्वों ने मुझे शराब के नशे में ही फिर उल्टा-सुल्टा बोलना शुरू किया। विघायक ने उन्हे बोला कि, स्कूल में महिला शिक्षिकाएं और बालिकाएं पढती हैं, आपको यहां शराब पीकर नही आना चाहिए। उसके बाद जब विघायक काॅलेज से सड़क में पहुचे तो उन्होने देखा कि, उन शरारती तत्वों के पास पैट्रोल का गैलन था जो कि, मुझपर डालने के लिए वो लाए थे।
जिसे मेरे सुरक्षाकर्मी ने कड़ी मशक्कत कर उनसे छुड़वाया, और गाड़ी में रख पुलिस को इसकी सूचना दी। विधायक मनोज रावत का कहना है कि, क्षेत्र में अवैध शराब का काम धडल्ले से चल रहा है। जिनको कुछ राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। अवैध शराब बेचने वालों के वो हमेशा से ही विरोधी रहे है। इसलिए उपद्रव मचाने वाले तत्वों द्वारा विघायक पर पेट्रोल डाल मारने की साजिश रचने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि, पूरे मामले में मेरे सुरक्षाकर्मी द्वारा पुलिस से शिकायत की गयी है, जिसके बाद एसओ गांव में पहुच गये है।