पर्यावरण विभाग के सामने पर्यावरण बचाने के लिए जागरूकता फैलाते स्कूली छात्र-छात्राएं

पर्यावरण विभाग के सामने पर्यावरण बचाने के लिए जागरूकता फैलाते स्कूली छात्र-छात्राएं

 

– प्लास्टिक के भरपूर उपयोग से हिमालय को पहुंच रहा नुक़सान

देहरादून। आज दिनांक- 08/11/19 दिन शुक्रवार शाम को कुछ स्कूली छात्र-छात्राओं ने देहरादून शहर में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए, पेड़ों के कटान को रोकने के साथ-साथ प्लास्टिक का उपयोग न करने का संदेश शहर की जनता को बेहद ही बखूबी तरीके से दिया। स्कूली छात्रों ने कुछ बोर्ड्स (boards) पर विचार (thoughts) लिख उत्तरांचल प्रेस क्लब के निकट पर्यावरण विभाग के सामने खड़े होकर शहर की जनता को संदेश दिया।

 

 

बताते चलें कि, जब हमने एक छात्र से वार्ता की और पूछा की आप लोग यहां क्यों खड़े है, तो उसके द्वारा बताया गया कि, हम लोग स्कूल के सभी स्टूडेंट यहां इसलिए खड़े हैं कि, शहर की जनता को सभी लोगों को हम यह संदेश देना चाहते हैं कि, जिस तरह से हमारा क्लाइमेट, नेचर धीरे-धीरे नष्ट हो रहा है। कृपया उसे नष्ट करने से बचाया जा सके। उसे नष्ट ना किया जाए। जैसे कि, लगातार पेड़ काटे जा रहे हैं, अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमें शुद्ध आबो-हवा कैसे मिल पाएगी। हमने अभी कुछ समय पहले एक सरकारी स्कूल में वृक्षारोपण में किया था, व कुछ वृक्ष भी लगाए थे। इसलिए हमारा यही उद्देश्य है कि, हम यहां खड़े होकर अपने बैनर के माध्यम से अपने माध्यम से शहर के सभी बुद्धिजीवी लोगों को जागरूक कर सके, और पेड़ों का कटान होने से बचाया जा सके, प्लास्टिक का लगातार यूज होने से बचाया जा सके। इन सभी चीजों का हम सभी स्टूडेंट अपने शहर को एक बेहतरीन संदेश दे सकें।

 

 

इसी क्रम में जब एक दूसरी छात्रा से बात की गई तो उसके द्वारा बताया गया है कि, हम लोग यहां किसी इंटेंशन से नहीं खडें हैं। हम यहां इसलिए खड़े हैं कि, हमारा जो एरिया है, हमारा जो शहर है, वह क्लीन हो सके। उसमें शुद्ध हवा हमें मिल सके। छात्रा ने यह भी बताया कि, मैं पैदल यात्रा करती हूं, बस से यात्रा करती हूं, रोज-डेली तो हर जगह मुझे देखने को मिलता है कि, कहीं कुछ लोग स्मोक करते दिखते है, सिगरेट पीते दिखते है, कहीं गाड़ियों के पॉल्युशन का सामना मुझे करना पड़ता है। कहीं पर भी शुद्ध हवा मुझे नहीं मिल पाती। जिसके कारण मुझे एलर्जी भी होती है, और बहुत प्रॉब्लम होती है।

गौरतालब है कि एक ओर स्कूल/कॉलेज के स्टूडेंट्स अक्सर कहीं सड़कों पर खड़े होकर, कहीं किसी प्रोग्राम्स के माध्यम से शहर में नेचर/क्लाइमेट को बचाने के लिए जागरूकता का संदेश देते है, तो वहीं बीते कुछ दिन पूर्व पॉलीथिन मुक्त अभियान में नगर निगम देहरादून ने पॉलीथिन का इस्तेमाल तो किया ही इसके साथ सरकार ने सेल्फी लेकर फेसबुक पर पोस्ट भी की, सोचने का विषय है कि, जब संबंधित विभाग या जिम्मेदार लोग ही ऐसी अचूक करेंगे तो शहर की जनता व प्रदेश के लोगो को क्या संदेश जाएगा।