इन जुगाड़ों का जिम्मेदार कौन? आखिर शहर में कैसे चलने दिए जा रहे यह जुगाड़

इन जुगाड़ों का जिम्मेदार कौन? आखिर शहर में कैसे चलने दिए जा रहे यह जुगाड़

 

देहरादून। राजधानी की सड़कों पर एक तरह से पिछले काफी समय से मौत दौड़ रही है। जिसे देख ऐसा लगता है कि, किसी बड़े हादसे की बाट संजोये बैठा है पुलिस प्रशासन।

 

सोचनीय विषय है कि, यदि आपने हेलमेट ना लगाया हो, या आपकी गाड़ी की RC न हो, ना ही नम्बर प्लेट हो और ना ही बीमा तो क्या आप पुलिस से बच सकेंगे? निश्चित तौर पर आपका उत्तर होगा ‘नही’।

 

बताते चले कि, आजकल रोज़ ऐसे नए ‘जुगाड़’ देखने को मिलते है, जो रिक्शा पर इंजिन लगा लोहार बना रहा है। कभी आधा स्कूटर तो कभी आधी मोटर साईकल काट कर उसके पीछे ठेली जोड़ दी जाती है। जो बेधड़क आपके परिवार को कुचलने के लिए सड़कों को रौंद रही है। आज एक ऐसा ही जुगाड़ रोड के किनारे खड़ा हुआ देखा। के पास यह मौत की सवारी दौड़ाते हुए देखा।

 

जिसमे बजाज मोटरसाइकिल का इंजिन लगा हुआ है। बाकयदा गियर भी पेट्रोल टैंक भी है। जब इंजिन पर नज़र डाली तो उस पर लगा इंजिन नम्बर खराद से निकाल दिया गया था। जिससे संभवत यह प्रतीत होता है कि, यह गाड़ी चोरी की थी।

 

अक्सर ऐसे स्कूटर और मोटरसाइकिल कही न कहीं चोर बाजार से या कहीं ऐसी जगह से या ऐसे लोगों द्वारा खरीदे जाते है जिनके पास रजिस्ट्रेशन, या गाड़ी के कोई कागजात नही होते उन्हें इस प्रकार से इस्तेमाल कर ऐसी रिक्शा बना दी जाती है। इस रिक्शा पर कोई नंबर नही होता और ना ही इसे चलाने के लिए बीमा चाहिए।

 

ऐसे जुगाड़ कर बनाई गई गाड़ी आप सभी लोग रोज देखते होंगे और अनदेखा कर देते होंगे परंतु हो सकता है, यह जुगाड़ आप ही की चोरी हुई मोटर साईकल या स्कूटर हो। दूसरी बात यह भी है कि, यदि इस ‘जुगाड़’ से कोई एक्सीडेंट हो जाता है तो उसका ज़िम्मेदार कौन होगा?

 

 

या फिर बिना नम्बर की मौत की सवारी को कैसे ढूंढेंगे? फिलहाल अभी समय है जब RTO इस पर गंभीरता से कठोर रोक लगाए और ऐसी सभी गाड़ियों को तत्काल जब्त किया जाए। साथ ही उन सभी वर्कशॉप को सील किया जाए जहां यह मौत की सवारी चोरी की गाड़ियों से बनाई जा रही है।