खैरात में नम्बर बाँटता उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय
देहरादून। उत्तराखण्ड तकनीकी शिक्षा विश्विद्यालय से जुड़ी खबर बेहद चौंकाने वाली है, जिस प्रकार से लगातार शिक्षा का नकारात्मका के संग बजता ढोल आज पूरे प्रदेश भर में शिक्षक एवं शिक्षकगण को शिक्षा जगत की विश्वसनीयता और बच्चों के भविष्य पर एक अहम सवाल खड़ा करता है।
पाठकों को बता दें कि, ठीक उसी प्रकार प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्रालयों के अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि, अब उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्र/छात्राओं को अधिकतम प्राप्त अंकों से भी अधिक नंबर दिए जा रहे हैं। ब्राइट पोस्ट के अनुसार माने तो जिस विषय में अधिकतम 50 नंबर देने थे, या 50 नम्बर का पेपर था, उसमें तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा 50 से अधिक नम्बर दिए गए है।
अब सवाल उठता है कि, क्या रिजल्ट प्रकाशित होने से पहले तकनीकी विश्वविद्यालय के संबंधित कर्मचारी उसको नहीं देखते या फिर 50 नम्बर पूर्णाक में छात्राओं को 73, 65, 62 नंबर दे दिए गए। शिक्षा के बढ़ते बाजारीकरण में शिक्षक व शिक्षा कितना आगे बढ़ चुका है, यह छात्रों के भविष्य के लिए आगे कितना घातक साबित होने वाला है।