आयुर्वेद से कैंसर का इलाज संभव

 

वैद्य ऋजु कुमार, देहरादून। आजकल कैंसर जैसी बीमारी हमारे समाज में एक महामारी की तरह फैल रही है। जिसका न तो कोई निदान है, और ना ही कारण का ज्ञान हो पा रहा है व न ही चिकित्सा का। कुछ क्षेत्रों में तो यह बहुत अधिक फैला हुआ है, जहां कोई कैंसर ग्रस्त परिवार नहीं बचा है। इसके बहुत सारे कारण बताए गए हैं, जैसे हमारे खाने की वस्तुओं में उर्वरक का अधिक मात्रा में प्रयोग, आहार-विहार का पालन न करना, प्लास्टिक से बने बर्तनों का प्रयोग करना, इत्यादि कारणों से अधिक फैल रहा है। आयुर्वेद के अनुसार इसकी उत्पत्ति आम दोष के कारण होती हैं।

 

आम दोष हमारे सप्तधातु स्त्रोतस में जाकर मार्ग अवरुद्ध करता है, और उपरोक्त धातु को पोषण मिलना बंद हो जाता है। जिसके कारण वात आदि दोष प्रकाशित होकर कोशिकाओं का विभाजन प्रारंभ कर देते हैं, और अंत में कैंसर की उत्पत्ति होती हैं। आयुर्वेदानुसार इसकी चिकित्सा पंचकर्म व शमन द्वारा करनी चाहिए। एवं रोगी को रसायन पर रहने की सलाह देनी चाहिए। जिससे रोगी की स्थिति सामान्य जैसी हो जाती है। धीरे-धीरे रोगी को इस रोग से लड़ने में सफलता मिलती है। कैंसर रोगियों के लिए आयुर्वेद एक अच्छा एवं सफल विकल्प है।

 

हमारे चिकित्सा केंद्र पर आयुर्वेद द्वारा कैंसर रोगियों को जीवनदान मिला है। और वह सभी अब सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जिनमें मुख्यतः लिवर कैंसर, ब्लड कैंसर, गर्भाशय कैंसर, स्तन कैंसर, मुख कैंसर, प्रॉस्टेट कैंसर, इत्यादि शामिल है। हमने कैंसर के खिलाफ एक आंदोलन चलाया है। जिसका नाम फाइट अगेंस्ट कैंसर ( Fight Against Cancer ) हमने रखा है। आइए और इससे जुड़कर हमारा साथ दीजिए। इसको हम फेसबुक व अन्य सोशल साइट के द्वारा लोगों तक पहुंचा रहे हैं। और संकल्प लें कि भविष्य में भारत कैंसर मुक्त हो तथा सभी लोग कैंसर मुक्त होकर सुखी जीवन व्यतीत करें।