उत्तराखंड में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कें ठप। IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
देहरादून। उत्तराखंड में रविवार देर रात से हो रही मूसलधार बारिश ने पूरे राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पर्वतीय जिलों से लेकर राजधानी देहरादून तक जगह-जगह भूस्खलन और मलबा आने से सैकड़ों वाहन फंस गए हैं। कई नेशनल और स्टेट हाईवे पूरी तरह से ठप हो चुके हैं।
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पिथौरागढ़ में हालात गंभीर
- पिथौरागढ़ जिले में दो दर्जन से अधिक मोटर मार्ग बंद हो गए हैं।
- थल-पिथौरागढ़, थल-बेरीनाग और थल-मुनस्यारी मार्ग मलबा गिरने से बाधित हैं।
- सैकड़ों यात्री मार्गों पर फंसे हुए हैं।
- थल क्षेत्र में कई घर खतरे की जद में आ गए हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
प्रशासन ने तत्काल जेसीबी मशीनें लगाकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
- देहरादून और आसपास के क्षेत्र भी प्रभावित
- राजधानी देहरादून और मसूरी क्षेत्र में भी बारिश आफत बनकर बरस रही है।
- मसूरी बैंड पर मलबा आने और जीवन आश्रम के पास सड़क धंसने से यातायात ठप हो गया है।
- आमशेरा के पास भी मलबा आने से वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं।
रानीपोखरी-गुजराड़ा, देवप्रयाग-गजा, डाबरखाल-कुरी-गुरीयाली, रायपुर-कुमाल्डा, पलेठी-पंज्यौरा और गूलर-सिल्कयानी-मटियाली मार्ग भी बंद पड़े हैं।
प्रशासन ने मशीनें लगाकर सड़क खोलने का काम शुरू कर दिया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे पहाड़ी मार्गों पर अनावश्यक यात्रा न करें।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत और उधम सिंह नगर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- अगले 24 घंटे में कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
- आकाशीय बिजली गिरने और भूस्खलन की आशंका भी जताई गई है।
यात्रियों और नागरिकों के लिए प्रशासन की अपील
- पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करने से पहले मौसम और मार्ग की जानकारी लें।
- नदियों और नालों के किनारे जाने से बचें।
- स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।