सत्संग में मची भगदड़। 90 लोगों की मौत, 100 से अधिक घायल, देखें वीडियो….
उत्तर प्रदेश से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर और बेहद ही दुखद खबर सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है।
यहां के रतीभानपुर गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 90 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि 100 के करीब लोग बेहोश हो गए हैं।
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में बड़ा हादसा हो गया। यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए।
मौके पर चीख पुकार मच गई। हादसे में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है।यहां 90 लोगों की मौत की सूचना है।
ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है।हादसे को अपनी आंखों से देखने वाली युवती ने बताया कि सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई।
लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चोरो ओर चीख पुकार मची हुई थी। इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया।
घटनास्थल एटा सिकंदराराऊ के बॉर्डर पर है। घायलों को बस-टैंपो में लादकर जिला अस्पताल लाया गया है। अब तक 27 शव एटा पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं। मृतकों में 23 महिलाएं और तीन बच्चे भी शामिल हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंच गए हैं।
एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं। आगे की जांच की जा रही है।
साकार विश्व हरि भोले बाबा का परिचय
एटा जिले के पटियाली के गांव बहादुर नगर के जाटव परिवार में जन्मे सूरज सिंह पाल एलआईयू में पुलिस कांस्टेबल के पद पर नौकरी करते थे। 17 साल पहले अलीगढ़ में तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी से इस्तीफा देकर पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए।
साकार विश्व हरि ने अपना आश्रम पटियाली में बनाया। भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। वह मीडिया से दूरी बनाए रहते हैं। सत्संग की व्यवस्था अनुयायी ही संभालते हैं।