पत्रकार को जेल भेजे जाने के मामले में कोतवाल के विरुद्ध उमड़ा जबरदस्त आक्रोश
– तानाशाह मंझनपुर कोतवाल को निलंबित नहीं, करो बर्खास्त
कौशाम्बी। जिले के टीवी चैनल में कार्यरत एक पत्रकार को मंझनपुर कोतवाल द्वारा फर्जी तरीके से जेल भेजने के मामले में जिले में व्यापक आक्रोश उमड़ा है। अधिवक्ता संघ के साथ पत्रकारो के सभी संगठन के साथ-साथ जिला कांग्रेस कमेटी किसान मंच सहित विभिन्न राजनैतिक दलों ने पत्रकारों को समर्थन देकर मंझनपुर कोतवाल उदयवीर सिंह को निलंबित करने के बजाए बर्खास्त करने की आवाज एक सुर से बुलंद की है।
बताते चलें कि, पत्रकारों के समर्थन में आज एक बैठक अधिवक्ता हॉल में संपन्न हुई है। जहां मॉडल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस बैठक में स्वामी समर्थ किसान मंच, दलित सेना, लोक जनशक्ति पार्टी, गौरव क्रांति मोर्चा, जनसत्ता दल, कोटेदार संघ के साथ-साथ विभिन्न संगठनों ने पत्रकारों के न्याय की लड़ाई में उन्हें समर्थन दिया है। बैठक में कहा गया है कि, मजिस्ट्रेटी जांच चल रही थी, तो पत्रकार को कैसे जेल भेजा गया? यह अधिकार मंझनपुर कोतवाल को किसने दिया है?
इस बैठक में लखनऊ में हुए अधिवक्ताओं की हत्या का भी मुद्दा उठा, और लखनऊ में मृतक अधिवक्ता के परिवार को 50-50 लाख मुआवजा दिए जाने और अधिवक्ताओं के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग भी उठी है। धरना प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों ने मंझनपुर चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर सड़क जाम कर अपनी आवाज बुलंद की। साथ ही कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी से बात कर कार्यवाही की मांग की।