देहरादून। देश में सेब की पैदावार के मामले में तीसरे नंबर पर रहने वाले उत्तराखंड में पहली बार किसी स्थानीय ने पहाड़ पर पलायन रोकने की एक उम्मीद जगाई है। इसमें समिति को सरकार का भी साथ मिला है।
उत्तराखण्ड में सभी समस्या एक तरफ और पलायन का मुद्दा दूसरी तरफ 18 सालों में सत्ताधारी पार्टियों ने अपने कार्यकाल के दौरान पलायन को रोकने के लिए कई दावे तो किए लेकिन अब तक सारे दावे फेल हो गए नतीजा यह रहा कि साल दर साल पलायन बढ़ता रहा पलायन का सबसे बड़ा कारण पहाड़ों पर रोजगार ना होना है।
अगर लोगों को पहाड़ों पर ही रोजगार मिले तो शायद पलायन पर अंकुश लगाया जा सकता उद्योगों से ज्यादा खेती के अवसर तलाश कर उसे छोटे छोटे उद्योगों में बांट लेने से भी रोजगार के रास्ते खुल जाते हैं।
नैनबाग मसूरी में श्री जगदंबा समिति से जुड़े सुरेश उनियाल ने सरकार के सहयोग से कई किसानों के साथ मिलकर उत्तराखंड का अपना सेब का जूस तैयार किया है। जो जल्द ही बाजारों में उपलब्ध होगा कई लोगों को रोजगार भी मिला है। जिसमें ज्यादातर महिलाएं है जो घर के काम काज के साथ-साथ बाहर भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है सुरेश उनियाल के अनुसार यह सेब का जूस पूरी तरह केमिकल रहित है।