सेवानिवृत्ति के बाद जांच के लपेटे में आए अधिशासी अभियंता
– लोनिवि के ईई को ले डूबी चहेते की चाहत
– शासन ने ईई के खिलाफ जारी की हुई चार्जशीट
विकासनगर। निर्माण खंड लोनिवि देहरादून अंतर्गत विकास नगर विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण के नाम पर वर्ष 2017 में हुए करीब दो करोड़ के टेंडर घोटाले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता के साथ ही दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग उठने लगी है। जनसंघर्ष मोर्चा ने घोटाले में शामिल ठेकेदारों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग की है। मामले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता वाईएन राजवंशी पर आरोप है कि, उन्होंने नियम विरुद्ध निविदाओं का प्रकाशन कर वित्तीय अनियमितता एवं लापरवाही की।
बताते चलें कि, जिसे लेकर शासन ने उन्हें आरोप पत्र जारी किया हुआ है। शासन में उनके विरुद्ध कार्रवाई गतिमान है। उल्लेखनीय है कि, सात जुलाई 2017 को विकासनगर विधानसभा क्षेत्र में आठ कार्यों की निविदाओं का प्रकाशन में फर्जीवाड़ा किया गया। चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए निविदाएं सूचना विभाग से प्रकाशित ना करा कर एक प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से एक समाचार पत्र की कुछ ही प्रतियों में प्रकाशित कराई गई।
खुलासा होने पर मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारी ने प्रकरण की जांच की। जिसमें आरोप सिद्ध होने पर संबंधित अधिशासी अभियंता को आरोप पत्र जारी किया गया। अधिशासी अभियंता 31 दिसंबर 2017 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं, विभागीय नियमों के मुताबिक सेवानिवृत्ति के चार वर्ष बाद तक दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है।
मोर्चा ने किया था घोटाले का पर्दाफाश
जन संघर्ष मोर्चा ने शुरू से ही टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे, तब अधिकारियों ने किसी तरह मामले को रफा-दफा कर दिया था, लेकिन मोर्चा ने हार नहीं मानी। मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने बताया कि, मोर्चा ने अपने स्तर से साक्ष्य जुटाए। शासन स्तर पर चली लंबी लड़ाई के बाद ईई के खिलाफ चार्जशीट जारी हो सकी। उन्होंने कहा कि, इसके साथ ही वे चहेते ठेकेदार भी उतने ही दोषी हैं, जिन्होंने यह सारा षड्यंत्र रचा। मोर्चा ठेकेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करता है।