बड़ी खबर: अंकिता भंडारी हत्याकांड में कथित ‘VIP’ खुलासे से सियासी भूचाल, BJP–Congress आमने-सामने

अंकिता भंडारी हत्याकांड में कथित ‘VIP’ खुलासे से सियासी भूचाल, BJP–Congress आमने-सामने

देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड एक बार फिर राजनीतिक बहस के केंद्र में आ गया है। वजह है भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो, जिसमें उन्होंने हत्याकांड से जुड़े एक कथित ‘VIP’ को लेकर गंभीर दावे किए हैं।

वीडियो में कथित तौर पर यह कहा गया है कि अंकिता पर एक विशेष व्यक्ति के लिए “स्पेशल सर्विस” देने का दबाव बनाया जा रहा था और उसी व्यक्ति को ‘VIP’ बताया गया है। हालांकि, इन आरोपों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है और न ही किसी जांच एजेंसी की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि की गई है।

सुरेश राठौर से चल रहे निजी विवाद के बीच उनकी कथित पत्नी ने अलग-अलग वीडियो जारी कर भाजपा के कुछ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल जरूर मचा दी है, लेकिन इन दावों की सत्यता को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।

कांग्रेस का हमला, दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस

मामले के तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस ने भाजपा और राज्य सरकार पर सीधा हमला बोला। दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने इस मुद्दे को उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि अंकिता हत्याकांड में ‘VIP एंगल’ की गहन जांच होनी चाहिए।

भाजपा का जवाब

वहीं, इस पूरे विवाद पर उत्तराखंड भाजपा की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति में सुचिता और नैतिकता सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा, “किसी नेता को अपनी छवि बनाने में पूरा जीवन लग जाता है, लेकिन बिना प्रमाण लगाए गए आरोप एक पल में उस मेहनत को धूमिल कर सकते हैं। ऐसे आरोपों को बिना जांच-पड़ताल के स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।”

कुंदन परिहार ने यह भी कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रही है। “मामले में अभी कई स्पष्टीकरण सामने आना बाकी हैं। संगठन स्तर पर यदि कोई निर्णय या कार्रवाई आवश्यक होगी, तो उस पर विचार किया जाएगा। यदि किसी के द्वारा पार्टी के शीर्ष नेताओं की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है, तो उस पर भी कार्रवाई हो सकती है।”

जांच और स्पष्टीकरण का इंतजार

फिलहाल, ‘VIP’ को लेकर किए गए दावों पर न तो किसी जांच एजेंसी की आधिकारिक पुष्टि है और न ही सरकार की ओर से कोई ठोस बयान आया है। ऐसे में यह मामला राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से आगे बढ़कर जांच के स्तर पर क्या मोड़ लेता है, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।