30 की उम्र में बड़ा कमाल! भारतीय मूल के जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के नए मेयर
न्यूयॉर्क। अमेरिका के सबसे बड़े शहरों में शुमार न्यूयॉर्क सिटी में भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने मेयर चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 34 वर्षीय ममदानी न केवल न्यूयॉर्क के सबसे युवा मेयर बने हैं, बल्कि वे शहर के पहले मुस्लिम भारतीय-अमेरिकी मेयर भी हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी नाराजगी और विरोध के बीच ममदानी की यह जीत डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
ट्रंप की चेतावनी बेअसर
चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ममदानी के समर्थन पर आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी थी कि उनकी जीत पर न्यूयॉर्क की फंडिंग रोक दी जाएगी। बावजूद इसके, न्यूयॉर्क की जनता ने ट्रंप की धमकी को नजरअंदाज कर बदलाव को वोट दिया और ममदानी को भारी बहुमत से विजयी बनाया।
रैपर से मेयर तक का सफर
जोहरान ममदानी का जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। सात साल की उम्र में वे अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क आ गए। राजनीति में आने से पहले वे एक रैपर और म्यूजिकल आर्टिस्ट रह चुके हैं। उनकी मां मशहूर फिल्म डायरेक्टर मीरा नायर हैं, जबकि पिता प्रोफेसर महमूद ममदानी प्रतिष्ठित अकादमिक हस्ती हैं।
दिग्गज कैंडिडेट भी पीछे छूटे
इस बार न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में तीन बड़े चेहरे मैदान में थे—
- जोहरान ममदानी (डेमोक्रेटिक पार्टी)
- एंड्रयू कुओमो (निर्दलीय, पूर्व गवर्नर)
- कर्टिस स्लिवा (रिपब्लिकन)
सर्वे से लेकर अंतिम परिणाम तक, हर दौर में ममदानी का ग्राफ ऊपर ही रहा और अंततः उन्होंने भारी वोटों से जीत दर्ज की। पुराने दिग्गज एंड्रयू कुओमो और कर्टिस स्लिवा जनता का भरोसा पाने में नाकाम रहे।
ओबामा ने दी बधाई
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ममदानी की जीत पर बधाई देते हुए X (Twitter) पर लिखा—“जीत दर्ज करने वाले सभी डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों को बधाई। यह दिखाता है कि मजबूत और दूरदर्शी नेतृत्व से भविष्य और उज्जवल बनता है।”
न्यूयॉर्क में बदलाव की उम्मीद
माना जा रहा है कि ममदानी की नीतियां सामाजिक न्याय, सस्ती आवास व्यवस्था, और समानता पर केंद्रित होंगी। उनकी जीत अमेरिकी राजनीति में भारतीय और प्रवासी समुदाय के बढ़ते प्रभाव का संकेत देती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ममदानी की जीत न्यूयॉर्क की राजनीति में प्रगतिशील और विविधतापूर्ण युग की शुरुआत है।
34 वर्षीय जोहरान ममदानी ने अपने संघर्ष और मजबूत जनसमर्थन के दम पर न सिर्फ न्यूयॉर्क सिटी में नया इतिहास रचा है, बल्कि वह अमेरिकी राजनीति में भारतीय मूल के युवाओं के लिए नई प्रेरणा बनकर उभरे हैं।
अब सभी की नजरें इस युवा नेता पर हैं, जो न्यूयॉर्क को नई दिशा देने का दावा कर रहे हैं।

