दो क्विंटल लावारिस मिठाई जब्त, दूध-खोया-पनीर के नमूने जांच को भेजे
देहरादून। त्योहारी सीजन के मद्देनजर उत्तराखंड में मिलावटखोरी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफ.डी.ए.) ने सख्त रुख अपनाते हुए statewide अभियान शुरू कर दिया है।
आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर कुमाऊं मंडल के उपायुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. राजेन्द्र सिंह कठायत के नेतृत्व में शनिवार को जनपद नैनीताल के कालाढूंगी स्थित नयागांव टी-पॉइंट चेकपोस्ट पर सघन निरीक्षण अभियान चलाया गया।
निरीक्षण के दौरान जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों की गहन जांच की गई। इस दौरान दूध, खोया और पनीर जैसे दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति करने वाले वाहनों को रोका गया। संदेह के आधार पर चार खाद्य नमूने (एक खोया, दो दूध और एक पनीर) जांच के लिए राजकीय खाद्य विश्लेषणशाला भेजे गए हैं।
अभियान के दौरान विभाग को एक बड़ी सफलता मिली, जब लगभग दो क्विंटल लावारिस मिठाई बरामद की गई। चूंकि इसका स्रोत स्पष्ट नहीं था, इसलिए इसे खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन माना गया। विभाग ने मिठाई की गुणवत्ता और वैधता की जांच के लिए अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसी क्रम में, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार सिंह ने हल्द्वानी क्षेत्र में 12 प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया। मिठाई और बताशा बनाने वाले एक कारखाने के गोदाम से चार खाद्य नमूने एकत्रित कर जांच के लिए भेजे गए हैं।
निरीक्षण के दौरान खाद्य व्यवसायियों को निर्देश दिए गए कि वे केवल गुणवत्तायुक्त, प्रमाणित खाद्य सामग्री का ही विक्रय करें, बिना बिल के सामान न खरीदें और स्टॉक का पूरा रिकॉर्ड रखें।
उपायुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. राजेन्द्र सिंह कठायत ने कहा कि त्योहारी सीजन में मिलावटी खाद्य पदार्थों का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में एफ.डी.ए. पूरी सतर्कता और सख्ती के साथ काम कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि मिलावटी या अनधिकृत खाद्य सामग्री बेचने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर पूरे राज्य में संयुक्त प्रवर्तन टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार विभिन्न जिलों में निरीक्षण कर रही हैं ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाला खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराया जा सके।
इसी तरह, रामनगर के हल्दुआ चेकपोस्ट पर वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी असलम खान ने पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम के साथ वाहनों की जांच की। इस दौरान दूध और दुग्ध उत्पादों के छह नमूने एकत्रित कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि त्योहारी मौसम में यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। मिलावट करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वच्छ और प्रमाणित खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।