वीडियो: होटल मैनेजर पर बेल्ट और करंजे से हमला। ताश खेलने के लिए कमरा न मिलने पर मचाया उत्पात

होटल मैनेजर पर बेल्ट और करंजे से हमला। ताश खेलने के लिए कमरा न मिलने पर मचाया उत्पात

हल्द्वानी। हल्द्वानी–काठगोदाम क्षेत्र में अपराधियों का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि अब वे होटल कर्मचारियों को भी निशाना बनाने लगे हैं। मंगलवार रात गौलापार स्थित रॉयल स्पाइस होटल एंड रेस्टोरेंट में कुछ युवकों ने सिर्फ इसलिए मैनेजर की बेरहमी से पिटाई कर दी, क्योंकि उन्हें ताश खेलने के लिए कमरा नहीं दिया गया। घटना होटल के सीसीटीवी कैमरों में कैद है, जो उनके दुस्साहस की पूरी कहानी बयान करता है।

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क्या है मामला?

मंगलवार, 7 अक्टूबर की रात करीब साढ़े नौ बजे कुछ युवक करण नौला, गौरव रावत, दीपांशु मेहरा और उनके साथी होटल पहुंचे। उन्होंने होटल में एक कमरे की मांग की। जब मैनेजर रमेश चंद्र ने पूछताछ में जाना कि वे ‘ताश खेलने’ के लिए जगह चाहते हैं, तो उन्होंने होटल के नियमों के अनुसार अनुमति देने से इनकार कर दिया।

इनकार पर भड़के युवक, फिर हुआ हमला

इनकार से तिलमिलाए युवकों ने पहले बहस की और फिर अचानक हमला बोल दिया। उन्होंने अपनी बेल्ट और हाथों में पहने कड़े (करंजे) से रमेश चंद्र की बुरी तरह पिटाई कर दी। वारदात में मैनेजर गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर खून से लथपथ होकर गिर पड़े। बीच-बचाव करने वालों को भी युवकों ने धमकाया और फिर फरार हो गए।

इलाज और पुलिस कार्रवाई

घायल रमेश चंद्र को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने काठगोदाम थाने में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ प्राणघातक हमला, मारपीट और धमकी जैसी धाराओं में कार्रवाई की मांग की है।

सीसीटीवी में कैद वारदात, आरोपियों की पहचान

घटना की जानकारी मिलते ही काठगोदाम थाना पुलिस मौके पर पहुंची। होटल के सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात दर्ज है, जिसके आधार पर सभी आरोपियों की पहचान की जा चुकी है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए तलाश शुरू कर दी है।

कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल

यह घटना हल्द्वानी–काठगोदाम क्षेत्र में बढ़ रही अपराधिक प्रवृत्तियों और पुलिस की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। होटल कर्मचारियों का कहना है कि “अगर नियमों का पालन करवाने वालों को ही सुरक्षा न मिले, तो यह आम जनता के लिए खतरनाक संकेत है।”

सवाल यह है…

  • सीसीटीवी फुटेज और पहचान के बावजूद आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर क्यों हैं?
  • क्या अब कानून व्यवस्था इतनी कमजोर हो गई है कि अपराधी सरेआम हमला कर निकल जाते हैं?
  • प्रशासन को इस घटना को एक चेतावनी की तरह लेना चाहिए- क्योंकि यह सिर्फ एक होटल की घटना नहीं, बल्कि सिस्टम पर हमला है।