बिग ब्रेकिंग: हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी, ट्रेकिंग पर रोक। ठंड के साथ कपाट बंदी का दौर शुरू

हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी, ट्रेकिंग पर रोक। ठंड के साथ कपाट बंदी का दौर शुरू

चमोली। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम ने करवट ले ली है। केदारनाथ के बाद अब सिख श्रद्धालुओं के प्रमुख तीर्थ हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ धाम की चोटियां भी बर्फ से ढक गई हैं।

सीजन की इस पहली बर्फबारी ने न केवल घाटियों को सफेद चादर में लपेट दिया है, बल्कि पूरी लोकपाल-भ्यूंडार घाटी में शीतलहर का असर तेज हो गया है। वहीं, निचले इलाकों में भी तेज हवाओं और हल्की बारिश ने ठंड की दस्तक दे दी है।

बदरीनाथ की चोटियों पर पहली बर्फ

चमोली जिले के बदरीनाथ धाम के आसपास की ऊंची चोटियों नर नारायण पर्वत, उर्वशी पर्वत और मन्नाग पर बर्फ गिरनी शुरू हो गई है। बर्फबारी के चलते तापमान में गिरावट आई है और सीमांत क्षेत्र ज्योतिर्मठ में ठिठुरन बढ़ गई है।

बावजूद इसके, भक्त ठंड की परवाह किए बिना भगवान बदरी विशाल के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े नजर आ रहे हैं।

प्रशासन ने ट्रेकिंग पर लगाई रोक

भारी बर्फबारी और बारिश के अलर्ट को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीम, SDRF, BRO, पुलिस और वन विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र सभी उच्च हिमालयी मार्गों पर ट्रेकिंग गतिविधियों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।

10 अक्टूबर को बंद होंगे हेमकुंड साहिब के कपाट

गुरु गोविंद सिंह को समर्पित पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन कमेटी ने कपाट बंदी की तैयारियां शुरू कर दी हैं।

कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक करीब 2 लाख 70 हजार श्रद्धालु हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं। कपाट बंदी के अवसर पर देश-विदेश से संगत पहुंचेगी और सेना व पंजाब के बैंड की विशेष मौजूदगी रहेगी।

25 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट

इधर बदरीनाथ धाम में भी मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है। धाम में हल्की बारिश और चोटियों पर बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है।

फिर भी श्रद्धालुओं की आस्था मौसम पर भारी पड़ रही है। 5 अक्टूबर को जहां करीब 6,400 भक्तों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए, वहीं कपाट खुलने से अब तक 14 लाख 34 हजार तीर्थयात्री बदरीनाथ पहुंच चुके हैं।
25 नवंबर को धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।