कल इन सभी जिलों के स्कूलों में अवकाश घोषित। आदेश जारी
नैनीताल जिले में लगातार मूसलाधार बारिश का दौर जारी है, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों में नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पूर्ण अलर्ट जारी किया है और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए 2 सितंबर, मंगलवार को जिले के सभी सरकारी, निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को एक दिवसीय अवकाश घोषित किया है।
सिर्फ नैनीताल ही नहीं, बल्कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में भी भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। एहतियातन इन जिलों के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश प्रशासन ने जारी किया है। जिला प्रशासन का कहना है कि इस दौरान संवेदनशील एवं प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण लगातार किया जा रहा है। उप जिलाधिकारी और अधिशासी अधिकारी स्वयं फील्ड में मौजूद रहकर अवरुद्ध मार्ग खुलवाने और बंद सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने का कार्य सुनिश्चित कर रहे हैं।
जिला मजिस्ट्रेट एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण वंदना ने सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सड़क निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों को मार्ग अवरुद्ध होने पर उन्हें तुरंत खोलने और यातायात सुचारू करने के स्पष्ट निर्देश दिए। साथ ही उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में तैनात रहकर किसी भी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्य करने और तत्काल जिला आपदा नियंत्रण कक्ष को जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने जनता से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी स्थान पर यात्रा करने से पहले मार्गों की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें। नदी-नालों या तेज बहाव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि मानसून के दौरान अधिकारी और कर्मचारी अपने मोबाइल फोन बंद नहीं रखेंगे और किसी भी आपदा की स्थिति में जिला आपदा परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर 05942-231178 तथा टॉल फ्री नंबर 1077 पर सूचना दी जा सकती है।
सोमवार को भारी बारिश के चलते जिले के सभी उप जिलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए फील्ड में निकले। प्रशासन और नगर निगम द्वारा प्रभावित इलाकों में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी लोगों को चेतावनी दी जा रही है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी सड़कों और मार्गों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ ही उनके भोजन और आवास की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार अगले तीन घंटों में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी में कई स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। ऋषिकेश, मसूरी, गंगोत्री, केदारनाथ, जोशीमठ, मुनस्यारी, कोटद्वार, रानीखेत, हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
जिलाधिकारी वंदना ने स्पष्ट किया कि संभावित आपदा जोखिमों जैसे भूस्खलन, सड़क अवरोध, जलभराव, अंधड़ और नदी-नालों में तेज बहाव को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यकतानुसार अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आपदा की स्थिति में समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए।
नैनीताल जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेज गति से चल रहा है। जिला प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।