SGRR विश्वविद्यालय में ज्ञानयात्रा का आगाज़, नवप्रवेशी छात्रों का भव्य स्वागत
- दो दिवसीय कार्यक्रम में देशभर से आए नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं ने लिया भाग, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की रही धूम
देहरादून। “शिक्षा केवल डिग्री नहीं, बल्कि जीवन का संस्कार है” – इसी संदेश के साथ श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (SGRRU) में सोमवार को सत्र 2025 के लिए नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का भव्य दीक्षारंभ हुआ। नई उम्मीदों और नए संकल्पों के साथ विश्वविद्यालय परिवार में शामिल हुए विद्यार्थियों ने शपथ ली कि वे समाज और राष्ट्र की प्रगति में अपनी भूमिका निभाएँगे।
महंत देवेंद्र दास जी महाराज का संदेश
विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसिडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने कहा कि “शिक्षा तभी सार्थक है जब वह चरित्र निर्माण और समाज सेवा की ओर प्रेरित करे।” उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
कुलपति ने दिया प्रेरक संदेश
कुलपति प्रो. (डॉ.) कुमुद सकलानी ने विद्यार्थियों से कहा,
“जीवन में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। बड़े सपने देखिए और उन्हें पूरा करने के लिए निरंतर परिश्रम कीजिए।”
उन्होंने जोर दिया कि अकादमिक उपलब्धियों के साथ मानवीय मूल्य और सिद्धांत ही व्यक्ति को समाज में सम्मान दिलाते हैं।
उद्घाटन और मुख्य सत्र
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के सभागार में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसमें पैरामेडिकल, बेसिक साइंस, मैनेजमेंट, फार्मा, इंजीनियरिंग, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, योग एवं सोशल साइंसेज़ जैसे सभी स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
- डॉ. शोभित गर्ग (विभागाध्यक्ष, मनोरोग विभाग) ने छात्रों को तनाव प्रबंधन और पढ़ाई के दबाव से बचाव के टिप्स दिए।
- 17 मिनट की वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों से छात्रों को अवगत कराया गया।
- परीक्षा नियंत्रक प्रो. संजय शर्मा पोखरियाल ने परीक्षा व डिग्री से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समा
कार्यक्रम में सीनियर छात्रों ने योग पर आधारित नृत्य, नृत्य-नाटिका और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। बॉलीवुड, पंजाबी, गढ़वाली और नेपाली गीतों पर प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रेया कोटनाला ने किया और समापन संयोजक प्रो. (डॉ.) मालविका कांडपाल ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ राष्ट्रीय गान द्वारा किया।
इस मौके पर विश्वविद्यालय की निदेशक (IQAC) प्रो. डॉ. सोनिया गंभीर सहित सभी डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।