धराली आपदा: युद्धस्तर पर राहत और बचाव, सीएम पहुंचे ग्राउंड ज़ीरो
उत्तरकाशी, धराली। उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासनिक एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से रेस्क्यू मिशन को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। अब तक सेना के घायल 11 जवानों को आईटीबीपी मातली में प्राथमिक उपचार के लिए पहुंचाया गया है।
सीएम धामी ने स्वयं किया प्रभावित क्षेत्र का दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार सुबह मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद धराली पहुंचकर आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और राहत कार्यों की प्रगति का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता हर प्रभावित तक राहत पहुंचाना और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है।
मुख्यमंत्री ने दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से खाद्य और राहत सामग्री वितरण की निगरानी करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी प्रभावित व्यक्ति सहायता से वंचित न रहे। सीएम ने राहत दलों से भेंट कर उनका उत्साहवर्धन भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने की स्थिति की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बातचीत कर आपदा की स्थिति और चल रहे राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
हेलीकॉप्टर और भारी मशीनरी से सहायता
राज्य सरकार के आग्रह पर केंद्र ने 02 चिनूक और 02 एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। इनके जरिए भारी मशीनरी को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाकर मलबा हटाने, मार्गों की मरम्मत जैसे कार्य किए जा रहे हैं। सड़क यातायात बहाल करने हेतु बीआरओ के 100 से अधिक मजदूरों की टीमें काम कर रही हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट मोड में
स्वास्थ्य विभाग ने देहरादून, ऋषिकेश और उत्तरकाशी के प्रमुख अस्पतालों में बेड आरक्षित कर दिए हैं।
- दून मेडिकल कॉलेज: 150 जनरल, 50 ICU बेड
- कोरोनेशन हॉस्पिटल: 80 जनरल, 20 ICU बेड
- एम्स ऋषिकेश: 50 जनरल, 20 ICU बेड
विशेष रूप से 3 मनोचिकित्सकों को धराली क्षेत्र भेजा गया है ताकि प्रभावितों को मानसिक तनाव और अवसाद से उबरने में मदद मिल सके।
स्थानीय स्तर पर राहत शिविर सक्रिय
इंटर कॉलेज हर्षिल, जीएमवीएन और झाला में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। क्षेत्र में विद्युत और संचार सेवा बहाल करने के लिए एनआईएम और एसडीआरएफ की टीमें पुल निर्माण और नेटवर्क पुनर्स्थापना में जुटी हैं।
शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती
आपदा के प्रबंधन और समन्वय के लिए राज्य सरकार ने 3 आईएएस, 2 आईजी और 3 एसएसपी स्तर के अधिकारियों को उत्तरकाशी भेजा है, जो ज़मीनी स्तर पर अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
सीएम धामी ने उत्तरकाशी आपदा नियंत्रण कक्ष से की समीक्षा
धराली क्षेत्र की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और सेना के प्रतिनिधियों के साथ राहत कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी एजेंसियों को राहत कार्यों में तेजी लाने और बेहतर समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए।