कोसी नदी में मिला नवजात का शव
रामनगर/नैनीताल। नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र से शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। ग्राम पूछड़ी के पास फौजी कॉलोनी के समीप कोसी नदी में एक नवजात शिशु का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
यह सिर्फ एक शव नहीं, हमारी सामाजिक और मानवीय व्यवस्था पर एक करारा सवाल है। आखिर हम कैसे समाज में जी रहे हैं, जहाँ एक नवजात को इस बेरहमी से नदी में फेंक दिया जाता है?
स्थानीय लोगों के अनुसार, शव एक कपड़े में लिपटा हुआ था जिसे सबसे पहले कुछ राहगीरों ने देखा और तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वरिष्ठ उपनिरीक्षक मोहम्मद यूनुस ने बताया कि शिशु की शिनाख्त अब तक नहीं हो पाई है। पुलिस सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही है। आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और क्षेत्र के अस्पतालों व नर्सिंग होम्स से भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कहीं किसी महिला ने हाल ही में डिलीवरी तो नहीं करवाई।
स्थानीय नागरिकों में इस घटना को लेकर गहरी नाराज़गी और चिंता देखी जा रही है। एक महिला निवासी ने कहा, “जिस समाज में बच्चे को जन्म लेते ही नदी में बहा दिया जाता है, वहां किसी बदलाव की उम्मीद करना भी कठिन लगता है।”
यह मामला केवल एक नवजात की मौत का नहीं है, यह एक असफल सामाजिक संरचना, कमजोर पारिवारिक ताने-बाने और गुम होती संवेदनशीलता की त्रासदी है। यह भी सवाल खड़ा करता है कि क्या हमारे हेल्थ सिस्टम, महिला सुरक्षा और जनसंख्या नियंत्रण के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं?
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारणों की पुष्टि हो सकेगी और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि, क्या सिर्फ दोषी को पकड़ना ही पर्याप्त होगा, या हमें उस सोच से भी लड़ना होगा जो ऐसे कृत्यों को जन्म देती है?